नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से डिजिटल ट्रांजैक्शन 23 गुना बढ़ा है। नवंबर में नोटबंदी की घोषणा के बाद से इस साल मार्च तक 64 लाख डिजिटल ट्रांजैक्शन के जरिये 2,425 करोड़ रुपए का लेनदेन किया गया, जो कि इस अवधि से पहले हुए डिजिटल लेनदेन के मुकाबले 23 गुना अधिक है।
नीति आयोग ने एक बयान में कहा कि मार्च 2017 तक कुल 63,80,000 डिजिटल लेनदेन हुए, जो करीब 23 प्रतिशत की वृद्धि है। इनमें कुल 2,425 करोड़ रुपए मूल्य का लेनदेन किया गया, जबकि पिछले साल नवंबर 2016 तक डिजिटल लेनदेन की संख्या 2,80,000 थी, जिनमें करीब 101 करोड़ रुपए की राशि का लेनदेन हुआ था।
बयान में कहा गया है कि आधार आधारित भुगतान की संख्या भी मार्च 2017 में बढ़कर पांच करोड़ हो गई, जो नवंबर 2016 में ढाई करोड़ थी। इसके अलावा तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) से लेनदेन भी मार्च 2017 में बढ़कर 6.7 करोड़ हो गए, जो नवंबर 2016 में 3.6 करोड़ थे।
8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने की घोषणा के बाद सरकार ने डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहित करने के लिए 25 दिसंबर को लकी ग्राहक योजना और डिजीधन व्यापार योजना को लॉन्च किया था। चालू वित्त वर्ष में 2500 करोड़ ट्रांजैक्शन का लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तकरीबन 75 शहरों लेस कैश टाउनशिप घोषित किया है।