नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि नकदी में लेनदेन में लागत आती है और देश में यह साफ रुझान सामने आया है कि लोग डिजिटल लेन देन की ओर जा रहे हैं। जेटली ने राजधानी में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के एक नए कार्यालय भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा,‘नकदी पर अत्यधिक निर्भरता की अपनी लागतें हैं। इसमें लागत ही नहीं लगती है बल्कि यह समाज व अर्थव्यवस्था के लिए अभिशाप भी है।’
उन्होंने कहा कि देश में स्पष्ट रूप से एक बदलाव हो रहा है और डिजिटल भुगतान को अपनाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि डिजिटल लेनदेन व बैंकिंग पत्रों के जरिए लेनदेन बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार विशेषकर पिछले साल नोटबंदी के बाद से कम नकदी इस्तेमाल वाली अर्थव्यवस्था पर जोर दे रही है और डिजिटल लेनदेन को बढावा दे रही है।
गौरतलब है कि नोटबंदी के दौरान देश में डिजिटल लेनदेन में तेजी से इजाफा हुआ है, 8 नवंबर को देश में नोटबंदी को 1 साल पूरा होने जा रहा है और पिछले 1 साल के दौरान देश में डिजिटल लेनदेन में 2 गुना से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया गया है। एटम टेक्नोलॉजीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवांग नेरल्ला के मुताबिक नोटबंदी से पहले देश में हर महीने करीब 3,000 करोड़ रुपये का लेनदेन डिजिटल माध्यम से होता था और अब यह बढ़कर 6800 करोड़ रुपये हो गया है।