कोलकाता। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान राजनीतिक दलों का ऑनलाइन विज्ञापन खर्च 2014 के लोकसभा चुनाव की तुलना में दोगुना होकर 400 से 500 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मार्टफोन की पहुंच बढ़ने ओर इंटरनेट पैक सस्ता होने की वजह से डिजिटल खर्च में इजाफा होगा।
उन्होंने कहा कि डिजिटल क्षेत्र में विज्ञापन खर्च के मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे आगे है। देंत्सु एजिस नेटवर्क के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आशीष भसीन ने कहा कि 2019 के आम चुनाव में चुनाव अभियान पर कुल विज्ञापन खर्च 2,500 से 3,000 करोड़ रुपए रहेगा।
कंपनी के भारत में चेयरमैन एवं सीईओ भसीन ने कहा कि सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल मंचों पर विज्ञापन खर्च करीब 500 करोड़ रुपए रहेगा। एक अन्य विज्ञापन पेशेवर ने कहा कि पिछले पांच साल के दौरान स्मार्टफोन की बिक्री में आई जोरदार तेजी से राजनीतिक दलों का ऑनलाइन प्रचार पर खर्च लगातार बढ़ रहा है। इसके अलावा दूरसंचार कंपनियों के बीच गलाकाट प्रतिस्पर्धा की वजह से डेटा भी लगातार सस्ता हो रहा है।
गूगल की राजनीतिक विज्ञापनों पर पारदर्शिता रिपोर्ट के अनुसार इस साल 19 फरवरी से उसके विभिन्न डिजिटल खंडों पर कुल खर्च 8,63,11,600 रुपए रहा है। फेसबुक की इसी तरह की रिपोर्ट के अनुसार कुल 61,248 विज्ञापनों पर कुल खर्च 12,18,45,456 रुपए रहा है।