नई दिल्ली: डीजल के दाम में सोमवार को 25 पैसे प्रति लीटर की और वृद्धि की गयी। पिछले सप्ताह के बाद से तीसरी बार डीजल के दाम बढ़ाए गए हैं। आगामी दिनों में डीजल, पेट्रोल दोनों के दाम और बढ़ सकते हैं क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत तीन साल के उच्चस्तर पर पहुंच गई है। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार दिल्ली में डीजल की कीमत बढ़कर 89.32 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 96.94 रुपये प्रति लीटर हो गयी है। हालांकि, पेट्रोल की कीमत नहीं बदली है।
दिल्ली में इसकी कीमत 101.19 रुपये और मुंबई में 107.26 रुपये प्रति लीटर है। डीजल की कीमत में लगातार दूसरे दिन वृद्धि की गयी और 24 सितंबर के बाद से यह तीसरी वृद्धि है। उस समय सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों ने तीन हफ्ते बाद कीमतों में वृद्धि का सिलसिला फिर शुरू किया था। उसके बाद से कुल मिलाकर, डीजल कीमतों में 70 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है, जबकि 18 जुलाई से पांच सितंबर के बीच कीमतों में कुल 1.25 रुपये प्रति लीटर की कमी हुई थी। उससे पहले आखिरी बार 15 जुलाई को डीजल के दाम बढ़े थे।
वहीं, दूसरी ओर पेट्रोलियम कंपनियों ने अभी पेट्रोल मूल्यवृद्धि को रोका हुआ है। आखिरी बार 17 जुलाई को पेट्रोल के दाम बढ़े थे। उद्योग सूत्रों का कहना है कि आगामी दिनों में डीजल के साथ पेट्रोल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो सकती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं। 24 सितंबर से ब्रेंट वायदा का दाम 78 डॉलर प्रति बैरल से अधिक चल रहा है। कच्चे तेल के दाम करीब तीन साल के उच्चस्तर पर हैं। इसकी वजह यह है कि वैश्विक स्तर पर उत्पादन प्रभावित होने से ऊर्जा कंपनियों को अपने भंडार से अधिक कच्चा तेल निकालना पड़ रहा है।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘महामारी अंकुशों में ढील तथा टीकाकरण तेज होने के बाद कच्चे तेल की वैश्विक मांग लगातार बढ़ रही है। जहां तक आपूर्ति की बात है, तो ओपेक प्लस गठजोड़ उत्पादन अंकुशों को हटाने में जल्दबाजी नहीं दिखा रहा है। इससे बाजार में आपूर्ति की स्थिति दुरुस्त नहीं है।’’ सरकार के स्वामित्व वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(एचपीसीएल) ने 24 सितंबर को दैनिक मूल्य बदलाव फिर से शुरू कर दिया जिसके साथ ही पांच सितंबर से मूल्यवृद्धि पर लगी रोक समाप्त हो गयी।