नई दिल्ली। वित्त मंत्रालय की खुफिया इकाई DGCEI ने बीते वित्त वर्ष में 15,047 करोड़ रुपए की सर्विस टैक्स एवं एक्साइज ड्यूटी चोरी पकड़ी है। 2015-16 में 12,112 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का पता लगाया गया था।
केंद्रीय उत्पाद खुफिया महानिदेशालय (DGCEI) ने 2016-17 में टैक्स चोरी के 1,500 मामले दर्ज कर 13 लोगों को टैक्स अपवंचना मामले में गिरफ्तार किया है। इससे पिछले साल 1,150 मामले दर्ज किए गए थे। डीजीसीईआई ने 2016-17 में 2,410.66 करोड़ रुपए बरामद किए। यह 2015-16 में बरामद 1,975.45 करोड़ रुपए की राशि से 22 प्रतिशत अधिक है।
डीजीसीईआई के महानिदेशक आर के महाजन ने कहा कि उसके अधिकारियों की कड़ी मेहनत की वजह से टैक्स अपवंचना के इतने मामले पकड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि टैक्स चोरी करने वाले लोगों द्वारा अपनाए जाने वाले नए तरीकों का पता लगाने के लिए हमारे अधिकारियों को नक्सली हिंसा प्रभावित इलाकों और अन्य कठिन क्षेत्रों में भी जाना पड़ता है।
डीजीसीईआई के अधिकारियों ने इस साल माओवादी हिंसा प्रभावित छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में एक्साइज ड्यूटी चोरी कर चलाई जा रही गुटखा और पान मसाला फैक्टरियों का भंडाफोड़ किया था।