नई दिल्ली। विमानन नियामक DGCA ने इंडिगो और गो एयर को 11 ए320 नियो विमानों की उड़ानों को तुरंत प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दिया है। इन विमानों में एक खास श्रृंखला के प्रैट एंड व्हिटनी इंजन लगा है। एक महीने से भी कम समय में बीच हवा में इंजन के काम करना बंद करने की तीन घटनाओं के बाद यह कदम उठाया गया है। ऐसे विमानों में सुरक्षा को लेकर चिंतित नागरिक विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने यह निर्णय इंडिगो के ए320 नियो विमान का आसमान में इंजन फेल हो जाने की घटना के कुछ ही घंटे में लिया है। इस विमान को इंजन फेल होने के कारण अहमदाबाद हवाईअड्डे पर आपात स्थिति में उतरना पड़ा था।
कुल 14 ए 320 नियो विमान में विशिष्ट श्रृंखला के इंजन लगे हैं। इसमें 11 विमानों का परिचालन इंडिगो तथा तीन का परिचालन गो एयर करती है। ये सभी विमानों का परिचालन रोक दिया गया है। इसी समस्या के कारण इंडिगो के तीन विमान पहले से उड़ान नहीं भर रहे।
विमान संचालन में सुरक्षा का हवाला देते हुए डीजीसीए ने कहा कि ईएसएन 450 से अधिक क्षमता वाले प्रैट एण्ड व्हिटनी 1100 इंजन युक्त ए 320 नियो विमानों की उड़ान पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गई है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इंडिगो और गो एयर दोनों से कहा गया है कि वह इन इंजनों को नहीं लगाएं। ये इंजन उनके पास स्टॉक में अतिरिक्त संख्या में उपलब्ध हैं।
नियामक ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर सभी संबंद्ध पक्षों के साथ संपर्क में रहेगा और जब यूरोपीय नियामक ईएएसए और प्रैट एण्ड व्हिटनी इस मुद्दे का समाधान करेंगे वह भी स्थिति की समीक्षा करेगा।
इंडिगो के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमें DGCA से पत्र मिला है और हम तुरंत नियामक के निर्देशों का अनुपालन करेंगे। वहीं, गो एयर के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी को DGCA से निर्देश मिला है। इसमें पीडब्ल्यू जीटीएफ इंजन वाने विमानों का परिचालन रोकने को कहा गया है।
एक बयान में पी एंड डब्ल्यू ने कहा कि वह इस मसले के हल के लिए ग्राहकों के साथ मिलकर काम कर रही है। सूत्रों ने कहा कि ए 320 नियो विमानों के परिचालन रुकने से इंडिगो तथा गो एयर की उड़ानों के परिचालन पर असर पड़ेगा।