मुंबई। नागर विमानन महानिदेशालय डीजीसीए ने पाया कि पिछले साल कथित तौर पर एयर इंडिया के 130 पायलट और 430 क्रू सदस्यों ने उड़ान से पहले और बाद में अनिवार्य अल्कोहल जांच से बचते रहे हैं ऐसे में इन पायलटों और क्रू सदस्यों को ड्यूटी से हटाया जा सकता है। सूत्रों ने बताया कि ये क्रू सदस्य सिंगापुर, कुवैत, बैंकॉक, अहमदाबाद और गोवा जैसी जगहों की उड़ानों में काफी समय तक नियमित तौर पर अल्कोहल जांच से बचते रहे हैं।
उन्होंने बताया कि डीजीसीए क्रू सदस्यों द्वारा सुरक्षा मानकों के कथित उल्लंघन को लेकर पहले ही एयर इंडिया प्रबंधन को अंतिम चेतावनी दे चुका है। डीजीसीए के सुरक्षा मानकों के अनुसार, उड़ान से पहले सभी क्रू सदस्यों और पायलटों का अल्कोहल जांच से गुजरना अपरिहार्य है। एयर इंडिया ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह डीजीसीए के प्रावधानों का पूरी तरह पालन करता रहा है और वह नियामक के हर दिशानिर्देशों का पालन करता रहेगा। एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा, हम डीजीसीए के साथ काम कर रहे हैं और डीजीसीए के सभी दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
एक सूत्र ने बताया, डीजीसीए एयर इंडिया प्रबंधन के संग्यान में यह बात ला चुका है कि उसके 132 पायलटों और 434 क्रू सदस्यों ने अनिवार्य अल्कोहल जांच का उल्लंघन किया है। यह सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है और डीजीसीए इस बाबत इन क्रू सदस्यों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करेगा। एक बार में इतने पायलट और क्रू सदस्यों को काम से नहीं हटा सकता है इससे उसके समक्ष परिचालन में दिक्कतें आ सकती हैं इस कारण संभवत: डीजीसीए चरणबद्ध तरीके से कार्वाई करेगा।