नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी अपने आप में कालेधन के सृजन पर लगाम लगाने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में सभी तरह की अघोषित संपत्तिओं को पकड़ने के लिए अन्य कदमों की भी जरूरत है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने ठीक छह महीने पहले आठ नवंबर को नोटबंद की घोषणा की और 500 व 1000 रुपए के मौजूदा नोटों को चलन से बाहर कर दिया। सरकार के इस कदम से लगभ 87 प्रतिशत नकदी एक झटके से प्रणाली से बाहर हो गई थी।