नयी दिल्ली: विप्रो के चैयरमैन रिषद प्रेमजी ने कहा कि दुनिया भर के उद्यमों के वर्चुअल मंच के साथ डिजिटल तरीको को तेजी से अपनाने की वजह से प्रतिभा की मांग आपूर्ति को पीछे छोड़ देगी और वृद्धि का एक "महत्वपूर्ण आधार" बन जाएगी। प्रेमजी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि विप्रो ने ग्राहकों की बेहतर सेवा में मदद के लिए पिछले छह महीनों में "बड़े बदलाव" किए हैं और वह अपने ग्राहकों के लिए डिजिटल परिवर्तन को सक्षम करने और उसका लाभ उठाने के लिहाज से सही स्थिति में है।
नासकॉम के पूर्व चैयरमैन ने साथ ही कहा कि प्रौद्योगिकी आर्थिक सुधार में अकसर अग्रणी भूमिका निभाती है लेकिन इसकी भूमिका इस समय और खास हो जाती है जब महामारी की वजह से उद्योगों में संरचनात्मक बदलावों पर असर पड़ा है और इसने कामकाज के स्थापित तरीकों को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि चाहे डिजिटल कॉमर्स, ऑनलाइन शिक्षा या टेलीमेडिसिन हो, प्रौद्योगिकी से चलने वाले व्यापार के मॉडल हर जगह उभरे हैं और क्लॉउड तकनीक इस बदलाव की आधारशिला है।
प्रेमजी ने कहा, "हम काम करने के इस तरीके के हिसाब से ढल गए हैं और अपने ग्राहकों को सफल बनाने में योगदान देना जारी रखा है। हमें उनका भरोसा हासिल है और मुझे इस बात को लेकर कोई शक नहीं है कि भविष्य में शायद हम एक हाइब्रिड मॉडल के हिसाब से काम करें।"