वियना। अगले चार साल तक क्रूड ऑयल की कीमतें निचले स्तर पर बनी रह सकती हैं। इससे सरकार और आम आदमी दोनों को बड़ी राहत मिलेगी। तेल उत्पादक देशों के संगठन, ओपेक को उम्मीद है कि क्रूड की कीमतों में धीरे-धीरे सुधार होगा और चार साल बाद यह 70 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर के स्तर को छू जाएगा। बुधवार को जारी रिपोर्ट से साफ है कि आने वाले वर्षों के दौरान क्रूड की कीमतों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। अगर ऐसा होता है तो देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें वर्तमान स्तर से नीचे आ सकती हैं।
11 साल में सबसे सस्ता क्रूड
सोमवार को कच्चे तेल की कीमत 11 साल के निचले स्तर 36.04 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया था। इसके बाद संगठन ने अनुमान लगाया है कि ग्लोबल बाजार की स्थिति में धीरे-धीरे सुधरेगी। बढ़ती मांग और गैर-ओपेक देशों से उम्मीद से कम सप्लाई में बढ़ोतरी, मौजूदा आवश्यकता से अधिक आपूर्ति की स्थिति खत्म होगी और ज्यादा संतुलित बाजार तैयार होगा।
25 साल तक 100 के पार नहीं पहुंचेगा क्रूड
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने अपनी सालाना ग्लोबल तेल आउटलुक रिपोर्ट 2020 तक 70.70 डॉलर प्रति बैरल कीमत करने का अनुमान लगाया है। वहीं, 2040 तक क्रूड की कीमतें 95 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने का अनुमान है। ये अनुमान पिछले साल की रिपोर्ट से काफी कम हैं, जिसमें इस दशक की शेष अवधि के लिए 110 डॉलर प्रति बैरल के सांकेतिक मूल्य की भविष्यवाणी की गई थी। इससे साफ है कि अगले 25 वर्षों तक क्रूड की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के पार नहीं पहुंचेगी।