नयी दिल्ली: कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से बाजारों और दुकानों को उसी तर्क के आधार पर खोलने की मांग की है, जिस तरह निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को फिर से शुरू करने की घोषणा की गई है। व्यापार संघ ने कहा कि वह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और अरविन्द केजरीवाल से इस निर्णय की समीक्षा करने के लिए कहेगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन (अनलॉक) हटाने की प्रक्रिया की घोषणा की है। इसकी शुरूआत सोमवार से निर्माण गतिविधियों को दोबारा शुरू करने और कारखानों को फिर से खोलने के साथ की जायेगी। सीएआईटी के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने शनिवार को एक बयान में कहा, ‘‘निर्माण गतिविधियों और फैक्टरियों को खोलने का जो तर्क दिया गया है, वो बाजार और दुकानों पर ज्यादा अच्छे से लागू किया जा सकता है। विशेष कर तब जब पूरी दिल्ली के व्यापार संघ सरकार का पूरी तरह से समर्थन करने के लिए तैयार हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। आर्थिक तंगी के बीच कारोबार को कैसे शुरू किया जाएगा। व्यावसायिक गतिविधियों को इस तरह से बहाल किया जा सकता है, जिससे कोरोना वायरस का अधिक प्रसार न हो।’’ खंडेलवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली में बाजारों के खुलने का समय घटाया जा सकता है। दिल्ली के बाजारों को अलग-अलग भागों में बांटने के साथ-साथ शनिवार-रविवार को रात्रि कर्फ्यू लगाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य कई तरह के विकल्पों पर विचार किया जा सकता है। लेकिन मुख्य बात यह है कि दुकानों और बाजार को खोलने की इच्छा चाहिए।’’