नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल राष्ट्रीय राजधानी में यातायात जाम की समस्या से निजात के लिए दिल्ली-गाजियाबाद सीमा पर यूपी गेट से डासना तक सड़क चौड़ीकरण योजना के प्रस्ताव को 15 दिनों में मंजूरी दे सकता है। यह लगभग 7,566 करोड़ रुपए की दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस परियोजना का हिस्सा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की आधारशिला पिछले साल 31 दिसंबर 2015 को रखी थी।
40 से 45 मिनट में पहुंच सकेंगे दिल्ली से मेरठ
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को अगर मंजूरी मिल जाती है तो लोगों को जाम से निजात मिलेगी और दोनों शहरों का सफ घंटों की जगह मिनटों में सिमट जाएगा। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि परियोजना से राष्ट्रीय राजधानी तथा मरेठ के बीच दूरी घटकर 40 से 45 मिनट रह जाएगी जो फिलहाल तीन घंटे है।
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7546 करोड़ रुपए का आएगा खर्चा
मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तहत गाजियाबाद में यूपी गेट से डासना तक 19.28 किलोमीटर लंबे मार्ग को चौड़ा करने के प्रस्ताव को एक पखवाड़े में मंजूरी मिल सकती है। मंत्रिमंडल दो अन्य मार्गों अक्षरधाम मंदिर से यूपी गेट तथा डासना से हापुड़ तक को मंजूरी पहले ही दे चुका है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 7,566 करोड़ रुपए का खर्चा अनुमानित है जिसमें 28 किलोमीटर लंबा 14 लेन का दिल्ली-डासना खंड शामिल है।
परियोजना में 28 किलोमीटर लंबा 14 लेन का का दिल्ली डासना खंड के निर्माण पर 2,869 करोड़ रुपए की लागत आएगी। वहीं 46 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 3,575 करोड़ रुपए तथा 22 किलोमीटर लंबा डासना-हापुड़ पर 1,122 करोड़ रुपए की लागत आएगी।