नई दिल्ली। दिल्ली में कुछ छूट के साथ लॉकडाउन को 7 जून सुबह 5 बजे तक के लिये बढ़ा दिया गया। दिल्ली के व्यापारियों की मांग के बीच लॉकडाउन को बढ़ाने के लिये आम आदमी पार्टी ने एलजी को ही जिम्मेदार बताया है। आम आदमी पार्टी के ट्रेड कन्वेनर बृजेश गोयल के मुताबिक दिल्ली सरकार के द्वारा बाजार खोलने की अनुमति मांगे जाने के बावजूद उप राज्यपाल ने बाजार को खोलने से इनकार कर दिया। हालांकि इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की मीटिंग में इस बारे में चर्चा ही नहीं हुई थी।
क्या है पूरा मामला
दिल्ली में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू करने ले लिए शुक्रवार को LG की अध्यक्षता में दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट की मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग से पहले ही ब्रजेश गोयल ने एक प्रेस रिलीस जारी किया था। जिसमे कहा था कि दिल्ली के 80% व्यापारी चाहते हैं कि दिल्ली के बाज़ार खोल दिये जाये। हालांकि लॉकडाउन को 7 जून तक बढ़ा दिया गया। इस पर आम आदमी पार्टी के ट्रेड कन्वेनर बृजेश गोयल ने कहा कि दिल्ली सरकार की मांग के बावजूद उप राज्यपाल ने दिल्ली के बाजारों को 1 जून से खोलने की अनुमति देने से इंकार कर दिया। इस मीटिंग में ये फैसला हुआ कि इंडस्ट्री और कंस्ट्रक्शन को अनलॉक किया जाएगा। इसके अलावा सबकुछ पहले जैसा ही रहेगा। CM ने खुद PC करके कहा था कि अभी सिर्फ इन दोनों को इंडस्ट्री और कनस्ट्रुक्शन वर्क को अनलॉक किया जा रहा है। आगे का फैसला अगली मीटिंग में लिया जाएगा। लेकिन इस फैसले बाद से ही दिल्ली के व्यापारियों की नाराजगी सामने आने लगी। जिसको देखते हुए कल ब्रजेश गोयल ने PC की। और आरोप LG और BJP पर लगा दिया।
क्या है इंडिया टीवी के पास जानकारी
इंडिया टीवी को सूत्रों से ये जानकारी मिली है कि DDMA की मीटिंग में बाजार खोले जाने पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी। और न ही बाजार खोलना इस मीटिंग के प्रस्ताव में था। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई इस बैठक में सिर्फ दो ही प्रस्ताव रखे गए थे। वो दोनों पास भी हो गए। इसके अलावा शराब की दुकानों को खोलने पर चर्चा जरूर हुई थी। लेकिन वो पास नही हो पाया। इसका सबूत भी इंडिया टीवी के पास है