हैदराबाद। केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने संकेत दिया है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में निवेश बढ़ेगा और केंद्रीय न्यासी बोर्ड की सात जुलाई को होने वाली बैठक में इस बारे में निर्णय किया जाएगा। वित्त मंत्रालय ने पिछले साल EPFO के लिए नए निवेश प्रारूप को अधिसूचित किया। इसके तहत संगठन सालाना अपने बढ़े कोष का 5 से 15 फीसदी तक धन शेयर या शेयर संबंधित योजनाओं में निवेश कर सकता है। EPFO ने ETF के जरिए 2015-16 में 6,577 करोड़ रुपए निवेश किया जो निवेश योग्य अधिशेष का 5.0 फीसदी था।
दत्तात्रेय ने कहा, 31 मार्च 2016 की स्थिति अनुसार 6,577 करोड़ रुपए का निवेश 6,601 करोड़ रुपए हो गया जो 0.37 फीसदी अधिक है। 30 अप्रैल 2016 की स्थिति के अनुसार 6,674 करोड़ रुपए निवेश 6,786 करोड़ रुपए रहा जो 1.68 फीसदी अधिक है। ये निवेश NSE और BSE के ETF में क्रमश: 75 फीसदी और 25 फीसदी के अनुपात में निवेश किए गए। उन्होंने कहा, हमने कुछ विशेषग्यों की रिपोर्ट का अध्ययन किया है। हम सीबीटी की आगामी बैठक में ETF में निवेश के प्रदर्शन पर चर्चा करेंगे जो सात जुलाई को होगी।
दत्तात्रेय ने कहा, सीबीटी के चेयरमैन के रूप में मैं इस बारे में निर्णय करूंगा कि मौजूदा 5.0 फीसदी से इसमें कितनी वृद्धि की जाए। मंत्री ने कहा, स्थिति के अनुसार हम निर्णय करेंगे ईटीएफ और सार्वजनिक कंपनियों के शेयरों में कितना निवेश किया जाए। संभवत: मेरा मानना है कि यह बढ़ सकता है। उन्होंने यह भी कहा, हमारी प्रमुख चिंता कोष की सुरक्षा है। हम सतर्क तरीके से इक्विटी में निवेश का रूख अपनाएंगे।
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