नई दिल्ली। डीसीएम श्रीराम लिमिटेड, जो रसायन, चीनी और उवर्रक के कारोबार में संलग्न हैं, ने सोमवार को अपनी चीनी मिलों की क्षमता विस्तार के लिए 350 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। कंपनी ने अपने चीनी कारोबार के लिए तीन निवेश प्रस्तावों को मंजूरी प्रदान की है। डीसीएम श्रीराम ने एक बयान में कहा कि अपने कैचमेंट एरिया में गन्ने की उपलब्धता में वृद्धि का लाभ उठाने, रिफाइंड शुगर के उत्पादन के लिए क्षमता विस्तार और अपनी डिस्टलरीज के लिए फीडस्टॉक का निर्माण करने के लिए निवेश किया जाएगा।
डीसीएम श्रीराम की चीनी मिलें उत्तर प्रदेश के अजबापुर, रूपापुर, हरियावान और लोनी में स्थित हैं। इन चारों चीनी मिलों की संयुक्त उत्पादन क्षमता 38,000 टीसीडी (गन्ना पेराई प्रतिदिन) है। कंपनी ने कहा कि अव अजबापुर प्लांट में 3000 टीसीडी गन्ना पेराई क्षमता का विस्तार कर इसे 13500 टीसीडी करेगी और इसके लिए कंपनी 258 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। 8000 टीसीडी वाले हरियावान सुगर मिल में 50 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
डीसीएम श्रीराम अजबापुर में 50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपनी जल्द शुरू होने वाली 120 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता वाली डिस्टलरी के लिए 260 किलो लीटर प्रतिदिन की क्षमता का ग्रेन अटैचमेंट बनाएगी। तीनों विस्तार योजनाएं अक्टूबर 2022 तक पूरी हो जाएंगी। डीसीएम श्रीराम लिमिटेड एक प्रमुख बिजनेस समूह है, जिसका कुल टर्नओवर 8308 करोड़ रुपये है।
डीसीएम श्रीराम के बिजनेस पोर्टफोलियो में एग्री-रूरल बिजनेस- यूरिया और फॉस्फैटिक उर्वरक, चीनी, कृषि समाधान कारोबार, एग्री इनपुट्स, आरएंडडी आधारित हाइब्रिड सीड, कास्टिक सोडा, क्लोरीन, कैल्शियम कार्बाइड, एल्यूमिनियम क्लोराइड, पीवीसी रेजिंस, पीवीसी कम्पाउंड्स, पावर और सीमेंट के अलावा यूपीवीसी विंडोज और डोर्स शामिल हैं।
मदरसन सूमी सिस्टम एनसीडी के जरिये जुटाएगी 1000 करोड़ रुपये
ऑटो उपकरण बनाने वाली प्रमुख कंपनी मदरसन सूमी सिस्टम्स लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसके बोर्ड ने एनसीडी के जरिये 1000 करोड़ रुपये जुटाने को अपनी मंजूरी दे दी है। सोमवार को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में 10 लाख रुपये के फेस वैल्यू वाले एनसीडी को मंजूरी प्रदान की है। इन्हें निजी नियोजन आधार पर जारी किया जाएगा और इन्हें बीएसई पर लिस्टेड कराया जाएगा।
कंपनी ने आगे कहा कि एनसीडी की अवधि और जारी करने की तारीख, परिपक्वता, ब्याज दर और पुर्नभुगतान की तिथि आदि के बारे में निदेशकों की एक समिति फैसला लेगी। कंपनी ने यह नहीं बताया है कि वह इस धन का इस्तेमाल कहां करेगी। कंपनी हाल ही में अधिग्रहण पर जोर दे रही है। पिछले महीने इसने बेंगलुरु की सीआईएम टूल्स प्रा. लि. में बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण 400.5 करोड़ रुपये की एंटरप्राइज मूल्य पर किया है। ग्रुप कंपनी संवधर्ना मदरसन रिफ्लेक्ट्स ने भी नानचांग जेएमसीजी मेकरा लैंज व्हीकल मिरर कंपनी लिमिटेड में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी खरीदी है। यह कंपनी चीन में यात्री वाहन, पिक-अप ट्रक्स और लाइट एवं हैवी कमर्शियल व्हीकल्स के लिए ऑटोमोटिव मिरर का निर्माण करती है।