Saturday, November 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. DigiBank: बैंकिंग सर्विसेस के लिए अब न ब्रांच और न किसी कागज की जरूरत, घर बैठे मोबाइल से होंगे सारे काम

DigiBank: बैंकिंग सर्विसेस के लिए अब न ब्रांच और न किसी कागज की जरूरत, घर बैठे मोबाइल से होंगे सारे काम

जी, हां अब यह सपना नहीं रहा बल्कि हकीकत बन चुका है। सिंगापुर के डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर ने अपनी तरह का पहला मोबाइल-ओनली बैंक डिजीबैंक लॉन्‍च किया है।

Surbhi Jain
Published on: April 30, 2016 10:04 IST
DigiBank: बैंकिंग सर्विसेस के लिए अब न ब्रांच और न किसी कागज की जरूरत, घर बैठे मोबाइल से होंगे सारे काम- India TV Paisa
DigiBank: बैंकिंग सर्विसेस के लिए अब न ब्रांच और न किसी कागज की जरूरत, घर बैठे मोबाइल से होंगे सारे काम

नई दिल्‍ली। कितना अच्छा होगा अगर बैंक के सारे काम मोबाइल से ही हो जाएं। जी, हां अब यह सपना नहीं रहा बल्कि हकीकत बन चुका है। सिंगापुर के डेवलपमेंट बैंक ऑफ सिंगापुर (डीबीएस) ने भारत में अपनी तरह का पहला मोबाइल-ओनली बैंक डिजीबैंक लॉन्‍च किया है। ये डिजिबैंक आपकी बायोमेट्रिक जानकारी और आधार कार्ड की मदद से चलेगा, और आपको बैंकिंग सर्विसेज के लिए ना किसी कागज की जरूरत पड़ेगी, ना किसी ब्रांच में जाने की। ये बैंक 24×7 ग्राहक की भी सुविधा देगा। इस बैंक में खाता खोलने के लिए मिनिमम बैलेंस की भी जरूरत नही है और आपको 7 फीसदी का ब्याज मिलेगा। इतना ही नहीं आपको डेबिट कॉर्ड की सुविधा भी मिलेगी।

क्‍यों पड़ी डिजीटल बैंक की जरूरत

डीबीएस बैंक को भारतीय बाजार में प्रवेश किए हुए अभी ज्‍यादा समय नहीं हुआ है और यह टियर-1 शहरों में 12 बैंक ब्रांच का संचालन कर रही है। डीबीएस ने 2018 तक देश में 50 ब्रांच खोलने का लक्ष्‍य रखा था, लेकिन सरकार ने सिंगापुर की पॉलिसी की समीक्षा करने का हवाला देते हुए डीबीएस के विस्‍तार को फि‍लहाल मंजूरी देने से इंकार कर दिया है। सिंगापुर ने भारतीय स्‍टेट बैंक और आईसीआईसीआई जैसे बैंकों को कम्‍प्रेहेन्सिव इकोनॉमिक को-ऑपरेशन एग्रीमेंट (सीईएसए) के तहत कुछ पॉलिसी का हवाला देते हुए अपने बाजार में विस्‍तार करने से रोक दिया। इसके परिणामस्‍वरूप भारत सरकार ने भी भारत में डीबीएस बैंक के रिटेल विस्‍तार को भी रोक दिया है। इन स्थितियों के बीच डीबीएस ने अपने कारोबार को बढ़ाने का नया तरीका खोजा और उसने मोबाइल-ओनली बैंक डिजीबैंक लॉन्‍च कर दिया। यह पूरी तरह से डिजीटल ब्रांच है जो कि आर्टीफि‍शियल इंटेलीजेंस के सिद्धांतों पर काम करेगी। डीबीएस के सीईओ पियूष गुप्‍ता ने कहा कि हम ऐसी टेक्‍नोलॉजी को अपना रहे हैं जो ग्राहकों के लिए बैंकिग को और अधिक इंट्रेक्टिव और सहज ज्ञान युक्‍त बनाएगी।

Mobikwik पर रीचार्ज के साथ मिलेंगे पर्सनल लोन और म्‍यूचुअल फंड

कैसे काम करेगा डिजीबैंक

फि‍जीकल बैंक और करेंसी अब पुराने दिनों की बात हो गई। अधिकांश स्‍टार्टअप्‍स अपने स्‍वयं के डिजीटल वॉलेट लॉन्‍च कर रहे हैं और बैंकों के लिए पेमेंट्स सोल्‍यूशंस विकसित करने में जुटे हैं। डीबीएस के मौजूदा ग्राहक अपना फंड डिजीबैंक में ट्रांसफर करवा सकते हैं। ग्राहकों को केवल अपने मोबाइल पर डिजीबैंक एप डाउनलोड करना है और वह स्‍वयं अपना डि‍जीटल वॉलेट खोल सकता है। यह बैंक 24 घंटे सातों दिन काम करेगा।

ट्रांजैक्‍शन के लिए ओटीपी की नहीं होगी जरूरत

डीबीएस बैंक ने कहा कि उसने मोबाइल फोन पर ट्रांजैक्‍शन को ऑथेंटिकेट करने के लिए जरूरी वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की अनिवार्यता को भी समाप्‍त कर दिया है। इसके बदले बैंक ने डायनामिक इनबिल्‍ट सिक्‍यूरिटी फीचर पेश किया है, जो कि सॉफ्ट टोकन सिक्‍यूरिटी की तरह काम करेगा। यूजर्स को अब ओटीपी के लिए इंतजार नहीं करना होगा और न ही ट्रांजैक्‍शन के लिए ऑथेंटिकेट करने के लिए इसे टाइप करना होगा। यह अब अपने आप ऑटोमैटिकली हो जाएगा।

90 सेकेंड में खुलेगा ई-वॉलेट

डीबीएस का दावा है कि बैंक के साथ ई-वॉलेट खुलने में केवल 90 सेकेंड का वक्‍त लगता है और इसके लिए न किसी हस्‍ताक्षर की और न ही किसी पेपर की जरूरत होती है। डिजीटल वॉलेट का इस्‍तेमाल यूटीलिटी बिल और रिचार्ज के लिए किया जा सकता है। इतना ही नहीं इसे वीजा वर्चुअल डेबिट कार्ड के साथ जोड़कर ग्राहक एक लाख से अधिक मर्चेंट्स के साथ इसका इस्‍तेमाल कर सकते हैं। कुछ चुनिंदा मर्चेंट्स पर यह ई-वॉलेट डिस्‍काउंट और कूपन भी ऑफर करता है। यह एप पूर्व में किए गए सभी ट्रांजैक्‍शन का ट्रेंड और विश्‍लेषण भी उपलब्‍ध कराएगा। यह एप आपको अपने बजट को खर्च के अनुकूल बनाने की अनुमति देगा और इससे जुड़ी सिफारिशें भी उपलब्‍ध कराएगा।

7 फीसदी ब्‍याज और 10 फीसदी कैशबैक

केवायसी जानकारी पूरी होने के बाद आप अपने डिजीबैंक को डिजीसेविंग एकाउंट में भी परिवर्तित कर सकते हैं। इसके लिए ग्राहक को अपना आधार नंबर और बायोमेट्रिक पहचान देनी होगी। इसके लिए डीबीएस ने कैफे कॉफी डे के साथ समझौता किया है। ग्राहक देशभर के 500 कॉफी डे आउटलेट्स पर केवायसी जानकारी दे सकते हैं। इस एकाउंट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपको न्‍यूनतम बैलेंस रखने की कोई शर्त नहीं है। इतना ही नहीं डिजीसेविंग पर डीबीएस ने 7 फीसदी ब्‍याज देने की घोषणा की है और शॉपिंग करने पर 10 फीसदी तक कैशबैक का ऑफर भी।  

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement