नयी दिल्ली। डीबीएस बैंक ने बुधवार को कहा कि उसके सिस्टम से किसी तरह की कोई छेड़छाड़ नहीं हुई है। हैकर ने जो संदेश लीक किये है उनमें कोई व्यक्तिगत अथवा संवेदनशील सूचना नहीं है। डीबीएस बैंक ने एक बयान जारी कर यह स्पष्टीकरण दिया है। बैंक का यह स्पष्टीकरण तब आया जब हैकर्स ने उसके लेनदेन संबंधी संदेश का एक नमूना लीक किया। यह संदेश कथित तौर पर बैंक के कम्युनिकेशंस एंटरप्राइजिज कंपनी रूट मोबाइल के सिस्टम से लिया गया। इस संदेश में डीबीएस बैंक से संबंधित कुछ ब्यौरा था।
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बैंक ने बयान में कहा, ‘‘डीबीएस बैंक के सिस्टम के साथ किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। बैंक अपने ग्राहकों से जुड़ी जानकारी की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है और वह कई स्तरीय सुरक्षा कवच को अपनाता है।’’ बैंक ने कहा, ‘‘हम कुछ सेवा प्रदाताओं के जरिये ग्राहकों के वासते एसएमएस सेवाओं का इसतेमाल करते हैं, बहरहाल, इनमें से किसी भी संदेश में कोई व्यक्तिगत जानकारी अथवा संवेदनशील सूचना नहीं थी।’’
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बता दें कि कल ही देश में एक बड़े डेटा लीक की खबर आई थी। जिसके चलते कथित रूप से टाटा कम्युनिकेशंस, भारती एयरटेल और डीबीएस बैंक जैसी कंपनियां प्रभावित हुई हैं। खबर के मुताबिक उपक्रम संचार कंपनी रूट मोबाइल के सर्वर में हैकरों ने कथित रूप से सेंध लगाई है। हालांकि, कंपनी का दावा है कि उसके ग्राहकों का आंकड़ा सुरक्षित है और उसकी साइबर सुरक्षा टीम मामले की जांच कर रही है। साइबर सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार रूट मोबाइल की प्रणाली में कथित सेंध से टाटा कम्युनिकेशंस, भारती एयरटेल और डीबीएस बैंक जैसी कंपनियों के आंकड़े लीक हुए हैं।
साइबर खतरों की सूचना देने वाली कंपनी पिफी टेक्नोलॉजीज ने लिंक्डइन पर टाटा कम्युनिकेशंस के आंकड़े लीक होने के बारे में जानकारी दी है। उधर, टाटा कम्युनिकेशंस ने कहा कि कथित घटना का कंपनी या उसके ग्राहकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। इस बारे में संपर्क किये जाने पर रूट मोबाइल ने कहा कि उसकी साइबर सुरक्षा टीम मामले की जांच कर रही है और उसे अभी तक कोई ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे पता चले कि ग्राहकों के व्यक्तिगत आंकड़ों पर कोई प्रभाव पड़ा है