मुंबई। टाटा संस के अपदस्थ अध्यक्ष सायरस मिस्त्री ने होल्डिंग कंपनी का नियंत्रण करने वालों पर जमकर बरसते हुए कहा कि समूह की कंपनियों के स्वतंत्र निदेशकों पर सवाल उठाना दुर्भाग्यपूर्ण है। इनमें से कुछ निदेशक बांबे हाउस में चल रही इस कॉरपोरेट लड़ाई में मिस्त्री के समर्थन में आए थे।
मिस्त्री ने रविवार को जारी अपने बयान में कहा
टाटा संस के स्वतंत्र निदेशकों पर सवाल उठाना सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि देश उन्हें भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज के रूप में मानता है।
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मिस्त्री ने खासतौर से कुछ स्वतंत्र निदेशकों का उल्लेख किया जिनमें दीपक पारेख, गौतम बनर्जी, इरीना विटल, केकी दादीसेठ और इंडियन होटल के नादिर गोदरेज के साथ ही नसीर मुनजी, नुस्ली वाडिया, विभा पॉल ऋषि और टाटा केमिकल्स के यशवंत थोरट शामिल हैं।
मिस्त्री ने अपने बयान में ये कहा
- मिस्त्री ने अपने बयान में कहा कि उपरोक्त नौ स्वतंत्र निदेशकों की सूची को उजागर करना जरूरी है।
- इनमें से छह की नियुक्ति रतन टाटा के कार्यकाल में हुई। इनमें से दो निदेशक टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं।
- यह बयान टाटा संस द्वारा पिछले हफ्ते कम से कम पांच कंपनियों के शेयरधारकों की बैठक के लिए नोटिस जारी करने के बाद आया है जिसमें उनके बोर्ड से मिस्त्री को हटाने की मांग की गई है।
- इन कंपनियों में इंडियन होटल्स, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टाटा केमिकल्स और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस शामिल है।