नई दिल्ली: कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा, लेकिन इसके साथ ही बीते साल में रिमोट एक्सेस प्रोटोकॉल्स के खिलाफ साइबर हमले का सिलसिला भी काफी बढ़ा है। एक नई रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। साइबर सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काई के एक रिसर्च में दिखाया गया है कि घर से काम शुरू करने के बाद आरडीपी (रिमोट डेस्कटॉप प्रोटोकॉल) के खिलाफ ब्रूट फोर्स के अटैक ने आसमान छुआ है। यह शायद सबसे लोकप्रिय रिमोट डेस्कटॉप प्रोटोकॉल है, जिसका इस्तेमाल विंडोज या सर्वर्स के एक्सेस के लिए किया जाता है। साल 2020 के नवंबर में दुनियाभर में अटैक के 40.9 करोड़ की संख्या के साथ इसने एक नई ऊंचाई को छुआ है।
ब्रूट फोर्स अटैक में हमलावर अलग-अलग यूजरनेम और पासवर्ड का इस्तेमाल तब तक करते रहते हैं, जब तक कि उन्हें सही कॉम्बिनेशन और कॉर्पोरेट र्सिोसेज का एक्सेस नहीं मिल जाता है। कैस्परस्काई की टेलीमेट्री के मुताबिक, साल 2020 के मार्च में जब लॉकडाउन हुआ, उस वक्त आरडीपी के खिलाफ ब्रूट फोर्स अटैक की संख्या फरवरी में दर्ज 9.31 करोड़ से सीधा 27.74 करोड़ तक जा पहुंचा। यानी इसमें 197 फीसदी का इजाफा हुआ है।
भारत के संदर्भ में फरवरी, 2020 में यह 13 लाख की संख्या से मार्च के महीने में 33 लाख तक पहुंच गया। अप्रैल से मासिक तौर पर यह कभी 30 करोड़ की संख्या से नीचे गया ही नहीं है। बीते साल नवंबर में 40.9 करोड़ की संख्या के साथ एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। ब्योरे के मुताबिक, भारत में जुलाई, 2020 में दर्ज हमले की सबसे अधिक संख्या 45 लाख आंकी गई।