नई दिल्ली। शेयर और कमोडिटी ब्रोकिंग के साथ दूसरी वित्तीय सेवाएं देने वाले समूह रेलिगेयर एंटरप्राइजेज पर सोमवार को साइबर हमला हुआ। साइबर हमले में कंपनी से वित्तीय सेवाएं लेने वाले कई ग्राहकों की निजी जानकारी के लीक होने का खतरा पैदा हुआ है। हालांकि कंपनी ने डाटा लीक होने का पूरी तरह से खंडन किया है। कंपनी का कहना है कि उसका परिचालन एवं डाटा पूर्णतया सुरक्षित है।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, हम अभी स्थिति का आकलन कर रहे हैं। हालांकि हमारी प्रणाली, परिचालन और ग्राहक की जानकारी और डाटा पूर्णतया अप्रभावित और सुरक्षित है। उल्लेखनीय है कि पूरी दुनिया में हाल के दिनों में सूचना प्रौद्योगिकी प्रणालियों को कुछ अन्य प्रकार के साइबर या मालवेयर हमलों का सामना करना पड़ा है जिसमें प्रणालियों के मालिकों से धन उगाही की भी मांग की गई थी।
रेलिगेयर ने कहा कि यह समस्या हालांकि साइबर हमले की प्रकृति की नहीं है लेकिन हमने कंपनी के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को इस संबंध में परामर्श जारी कर दिया है।
पिछले हफ्ते देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज एनएसई पर भी तकनीकी दिक्कतों की वजह से काफी समय तक शेयर ट्रेडिंग को रोकना पड़ा था। उस समय ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि एनएसई पर साइबर हमला हुआ है लेकिन बाद में एक्सचेंज की तरफ से कहा गया था कि ट्रेडिंग सिर्फ तकनीकी दिक्कतों की वजह से रुकी थी न कि एक्सचेंज पर किसी तरह का साइबर हमला हुआ है।