नई दिल्ली। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने कैडबरी चॉकलेट बनाने वाली मोंडेलेज द्वारा 580 करोड़ रुपए के कथित उत्पाद शुल्क चोरी मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए अमेरिकी प्राधिकरण से संबंधित सूचना की मांग की है। इस संदर्भ में कार्मिक मंत्रालय के जरिए अमेरिकी प्राधिकरणों को अनुरोध भेजा गया है। कंपनी का मुख्यालय वहीं हैं।
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त केवी चौधरी ने कहा, हमने मामले के संदर्भ में अमेरिका में प्राधिकरणों से सूचना मांगी है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि द्विपक्षीय कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) के तहत अनुरोध भेजा गया है। समझौता आपराधिक मामलों में साक्ष्य तथा सूचना के आदान-प्रदान की अनुमति देता है। उसने कहा कि प्राधिकरण की कंपनी और उसकी गतिविधियों के बारे में अमेरिकी बाजार नियामक प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) से भी सूचना प्राप्त करने की योजना है।
सीवीसी कथित कर चोरी मामले में केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों की भूमिका पर भी गौर कर रहा है। आयोग ने कंपनी के प्रतिनिधियों से कुछ दस्तावेज भी मांगे हैं। इससे पहले, मोंडेलेज के प्रवक्ता ने कहा था कि कंपनी जांच में पूरा सहयोग करेगी और उसके अधिकारियों ने उत्पाद शुल्क में छूट का दावा करने के संदर्भ में कानून के दायरे में रहकर काम किया है। कथित रूप से उत्पाद शुल्क चोरी के मामले में पिछले साल मोंडेलेज इंडिया फूड्स प्राइवेट लि. (पूर्व में कैडबरी इंडिया लि) के खिलाफ करीब 580 करोड़ रुपए की मांग की गई। कंपनी पर आरोप है कि उसने हिमाचल प्रदेश के बद्दी क्षेत्र में फर्जी उत्पादन इकाइयों में से एक के लिये धोखाधड़ी कर उत्पाद शुल्क में छूट ली।