नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ONGC को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में उरण इकाई में 266.40 करोड़ रुपए की लागत से समुद्री पानी को पीने लायक बनाने का संयंत्र लगाने को लेकर तटवर्ती नियामकीय क्षेत्र (CRZ) मंजूरी मिल गई है। प्रस्ताव के तहत ONGC दो करोड़ लीटर समुद्र के खारे पानी को प्रति दिन मीठा बनाने की क्षमता वाला संयंत्र लगाएगी। प्रस्तावित स्थल पश्चिमी तट के साथ अरब सागर के उच्च ज्वार वाले रेखा एचटीएल से करीब 380 मीटर दूर है।
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पीने लायक पानी की उपलब्धता की कमी से निपटने के लिए समुद्री पानी से नमक हटाने की प्रक्रिया को दुनिया भर में अपनाया जा रहा है। पत्र में पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि उसने विशेषज्ञ समिति की सिफारिश के आधार पर महाराष्ट्र में समुद्री पानी को पीने लायक बनाने का संयंत्र लगाने को CRZ मंजूरी दे दी है।
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यह मंजूरी कुछ शर्तों के अनुपालन पर निर्भर है। इसमें जरूरी सुरक्षा उपाय के बाद प्रक्रिया के बाद निकले पानी को समुद्र में डालने को लेकर महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना शामिल हैं। प्रस्तावित संयंत्र ONGC की उरण स्थित गैस प्रसंस्करण इकाई के अंतर्गत लगाया जाएगा। इसके लिये 8,750 वर्ग मीटर क्षेत्र निर्धारित किया गया है। इस पर 266.40 करोड़ रुपए की लागत अनुमानित है।