नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत अब तक के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई है। सोमवार को एक बिटक्वाइन की कीमत 23,919 डॉलर से अधिक हो गई। 24 घंटे में दुनिया की सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी बीटक्वाइन की कीमत में 1.93 प्रतिशत का उछाल आया है। वर्तमान में Bitcoin 1.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 23,919 डॉलर प्रति बिटक्वाइन के भाव पर ट्रेड कर रहा है। यानी अभी एक बिटक्वाइन की कीमत 17 लाख 64 हजार 303 रुपये है। आपको बता दें कि इस साल दुनिया की सभी करेंसी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए Bitcoin की कीमत में 350 प्रतिशत का इजाफा दर्ज हुआ है। किसी भी मुद्रा की यह अब तक की सबसे ज्यादा ग्रोथ है।
आपको बता दें कि दिसंबर 2017 के बाद पहली बार इस साल 15 दिसंबर को बिटक्वाइन की कीमत ने 21,000 डॉलर के आंकड़े को पार किया था। दिसंबर 2017 में एक बिटक्वाइन की कीमत 23,000 डॉलर तक पहुंच गई थी। पिछले एक सप्ताह में इसकी कीमतों में 3204 डॉलर यानी 2.36 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है। बिटकॉइन का मार्केट कैप बढ़कर 31 लाख करोड़ रुपये के पार चला गया है। लॉकडाउन खुलने के बाद करेंसी में 200 गुणा की तेजी देखने को मिली है। 2009 में लॉन्च हुई बिटक्वाइन की हिस्सेदारी दुनियाभर के कुल क्रिप्टोकरेंसी में 65.6% है। इस क्रिप्टोकरेंसी को स्टारबक्स और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियां पेमेंट के तौर पर स्वीकार करती है।
क्या है बिटक्वाइन
बिटक्वाइन एक डिजिटल करेंसी है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है। बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं है। यह ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं। यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है। यह पूरी तरह से बैंकों के झंझट से मुक्त है। इसमें लेन-देन ओपन है और कोई भी इसमें हैकिंग नहीं कर सकता है। अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है।
बिटक्वाइन पर टैक्स लगेगा या नहीं
इनकम टैक्स विभाग की पैनी नजर बिटक्वाइन में निवेश करने वालों पर है। आयकर विभाग की कार्रवाई और नोटिस से बचना है तो इसका एक ही उपाय है कि आप अपने आईटी रिटर्न में बिटकॉइन का भी निवेश दिखाएं। अगर ऐसा नहीं करते हैं तो आईटी विभाग के झंझट में आसानी से फंस सकते हैं। लोगों ने बिटकॉइन के निवेश में मोटा मुनाफा कमाया है तो उन्हें इसे आईटी रिटर्न में भी दिखाना चाहिए। हालांकि, अभी बिटकॉइन के कैपिटल गेन्स, स्पेक्यूलेटिव बिजनेस या अन्य स्रोत से आय पर लोगों में कन्फ्यूजन बना हुआ है। जानकारों के मुताबिक, जब तक इनकम टैक्स विभाग की तरफ से कोई रूलिंग नहीं आती, तब तक बिटकॉइन में निवेश करने वाले लोगों को 30% के आधार पर टैक्स चुकाना चाहिए। इनकम टैक्स विभाग जिस दिन इस पर स्पष्टीकरण देगा, उसके बाद सबकुछ साफ हो जाएगा।
क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है। इस तकनीक के जरिए करेंसी के ट्रांजेक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है। क्रिप्टोकरेंसी का परिचालन केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र होता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है।
ऐसे होती है बिटक्वाइन में ट्रेडिंग
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है। बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है। इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल होने वाली करंसी है। बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं है जिसके कारण इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी तेजी से होता है।