नई दिल्ली। कच्चे तेल में आई तेजी अब थमती नजर आ रही है, आज लगातार दूसरे दिन कीमतों में नरमी देखने को मिल रही है। कीमतों में गिरावट अमेरिका में क्रूड इन्वेंटरी में आई तेज बढ़त और चीन से कमजोर संकेतों के बाद देखने को मिली हैं। बीते 2 दिन में ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 3 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट देखने को मिल चुकी है।
कहां पहुंची क्रूड की कीमतें
बुधवार के शुरुआती कारोबार में गिरावट के साथ 78 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है। इसमें पिछले बंद स्तर के मुकाबले 1.7 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है। सोमवार को ही ब्रेंट क्रूड की कीमत बढ़त के साथ 80.75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई थी, जो कि इसका 3 साल का उच्चतम स्तर भी था। हालांकि सोमवार की बढ़त के बाद मंगलवार और बुधवार को लगातार दो दिन कीमतों में नरमी का रुख है। मंगलवार को ब्रेंट 2 डॉलर प्रति बैरल टूटा था, वहीं आज ब्रेंट 1 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा टूट चुका है। वहीं डब्लूटीआई क्रूड करीब 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 74 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गया। एक दिन पहले क्रूड 0.2 प्रतिशत टूटा था।
क्यों आई कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
चीन में हाउसिंग सेक्टर में आई कमजोरी और बिजली संकट की वजह से औद्योगिक गतिविधियों पर असर के बाद सेंटीमेंट्स कमजोर हो गये हैं। इसके साथ ही अमेरिका में इन्वेंटरी में अचानक आई बढ़त से संकेत गये हैं कि बाजार की मांग में फिलहाल स्थिरता नहीं है। इन सबके बीच कोरोना के बढ़ते मामलों से भी निवेशक चितिंत हैं। इसके साथ ही एएनजेड रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कच्चे तेल के 80 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंचने के साथ ही ओपेक देशों पर दबाव बन गया है कि वो सप्लाई बढ़ायें, इससे भी कीमतों में नरमी देखने को मिली है।