Friday, November 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. Coronavirus Impact: कच्चे तेल के दाम में 22% की बड़ी गिरावट, सऊदी अरब छेड़ेगा प्राइस वार!

Coronavirus Impact: कच्चे तेल के दाम में 22% की बड़ी गिरावट, सऊदी अरब छेड़ेगा प्राइस वार!

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार गिरावट देखी जा रही है। कोरोना वायरस के चलते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 22 प्रतिशत तक गिर गए हैं।

Written by: India TV Paisa Desk
Updated on: March 09, 2020 8:34 IST
crude oil, crude oil price, Coronavirus, Saudis - India TV Paisa

crude oil price down 22 per cent in international market due to Coronavirus, Saudis may be begin price war

नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर दुनिया में दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इसके चलते दुनियाभर में चिंता बढ़ रही है। ऐसे में कच्चे तेल की मांग में भी कमी आ रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में लगातार गिरावट देखी जा रही है। कोरोना वायरस के चलते अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 22 प्रतिशत तक गिर गए। कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड में 22 प्रतिशत तक की गिरावट देखी जा चुकी है, रविवार शाम तक 20.1 प्रतिशत की गिरावट के साथ कच्चे तेल की कीमत में 9.5 डॉलर की गिरावट दर्ज की गई। 

कच्चे तेल के दामों में नाटकीय गिरावट की शुरुआत बीते शुक्रवार से शुरू हुई, जब अमेरिकी तेल बाजार में पिछले 5 साल में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को अमेरिकी तेल बाजार में 10.1 प्रतिशत की बड़ी गिरावट देखी गई। तेल बाजारों में उथल-पुथल के कारण मध्य पूर्व और एशिया में कच्चे तेल की कीमतें घट गई हैं, जबकि कम तेल की कीमतें अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक वरदान हो सकती हैं, जो अपने उद्योगों को ईंधन देने के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं, जैसे कि दक्षिण कोरिया, जापान और चीन लेकिन अत्यधिक अनिश्चितता कहर भी बरपा सकती है।

पूरी दुनिया में ऊर्जा की मांग कम हो रही है, क्योंकि लोग दुनिया भर की यात्रा में कटौती कर रहे हैं। चिंता यह है कि चीन के नए कोरोनो वायरस अर्थव्यवस्थाओं को तेजी से धीमा कर देंगे, जिसका अर्थ कम मांग भी है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते शुक्रवार को कच्चे तेल के दाम में करीब नौ फीसदी की गिरावट आई। ब्रेंट क्रूड के दाम में दिसंबर 2008 के बाद सबसे ज्यादा एक दिनी गिरावट आई है, जबकि डब्ल्यूटीआई के दाम में नवंबर 2014 के बाद की सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड का भाव इस साल के ऊंचे स्तर से अब तक करीब 37 फीसदी टूट चुका है। बता दें कि आठ जनवरी 2020 को 71.75 डॉलर प्रति बैरल तक उछला था, जबकि शुक्रवार को भाव 45.19 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक गिरा।

सऊदी अरब छेड़ सकता है प्राइस वार

तेल कीमतों से जुड़े मतभेद दूर करने के लिए तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक लगातार प्रयास कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चे तेल के दाम को लेकर तेल उत्पादक देशों के बीच प्राइस वार शुरू हो सकता है। ब्लूमबर्ग न्यूज ने शनिवार को बताया कि सऊदी अरब अगले महीने अपने कच्चे तेल के उत्पादन में 10 मिलियन बैरल प्रति दिन से अधिक की वृद्धि करने और रूस के साथ अपने ओपेक प्लस गठबंधन के पतन के जवाब में कीमतों में कमी की योजना बना रहा है। रूस ने ओपेक के प्रस्तावित स्थिर उत्पादन में कटौती की, ताकि कोरोनो वायरस की आर्थिक गिरावट से प्रभावित कीमतों को स्थिर किया जा सके और ओपेक ने अपने स्वयं के उत्पादन पर सीमा को हटाकर जवाब दिया।

AxiCorp के मुख्य बाजार रणनीतिकार स्टीफन इनेस ने रिपोर्ट्स में कहा है कि सऊदी अरब अपने तेल उत्पादन में वृद्धि कर सकता है ताकि बाजार में 'झटका और खौफ' की रणनीति हासिल कर सके। तेल बाजार में पहले भी इस तरह की बहस देखी जा चुकी है। 2014 में, ओपेक ने एक पुनरुत्थान अमेरिकी तेल उद्योग के बाजार में हिस्सेदारी के लिए उत्पादन में कटौती की थी, जिसके कारण 2015 तक तेल 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिरकर 40 डॉलर से नीचे चला गया था।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement