नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न चुनौतीपूर्ण स्थिति से क्रेडिट कार्ड के जरिये लेन-देन और बढ़ सकता है। ये अनुमान एसबीआई कार्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दिया है। एसबीआई कार्ड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी हरदयाल प्रसाद ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि क्रेडिट कार्ड उद्योग किस प्रकार आगे बढ़ता है, इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। मैं हमेशा से डिजिटल लेन-देन का समर्थक रहा हूं। जो भी आर्थिक स्थिति होगी, मुझे लगता है कि क्रेडिट कार्ड के जरिये लेन-देन लगातार बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि अगर 17 मई से कुछ जगहों पर ‘लॉकडाउन’ (बंद) समाप्त कर दिया जाता है, कामकाज करीब 2-3 महीनों में सामान्य हो जाएगा।
प्रसाद ने कहा कि अब अगर लोग घर में ज्यादा समय रहते हैं और बाहर नहीं जा रहे हैं, संभवत: वो अपने घर को और बेहतर बनाना चाहेंगे। हो सकता है कि वह बड़ा टेलीविजन, बड़ा फ्रीज लेना चाहें क्योंकि वे बाहर खाना खाने नहीं जा रहे और घर पर ही खाना पकाएंगे।कंपनी इस प्रकार की प्रवृत्ति पर गौर कर रही हैं। लोग यह महसूस करेंगे अब तो हमारा घर ही दफ्तर है, इसे और बेहतर बनाया जाए। ऐसे में वे अपने घर को और अच्छा बनाना चाहेंगे.
प्रसाद ने अनुमान दिया कि हालात अक्टूबर तक सामान्य होने की उम्मीद है, ऐसे में कारोबार थोड़ा चुनौतीपूर्ण होने जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘उस दौरान त्यौहार भी होंगे। देश में खर्च के लिहाज से त्यौहार महत्वपूर्ण है। हालांकि यह भी सही है कि 60 से 80 प्रतिशत कारोबार गर्मियों में होता है जो इस साल नहीं हेगा। हालांकि प्रसाद ने भरोसा जताया कि खर्च के संदर्भ में त्यौहरों और नये साल के दौरान चीजें बेहतर होंगी। एसबीआई कार्ड ‘को-ब्रांडेड’ कार्ड पर भी गौर कर रही है। कंपनी का अपोलो हॉस्पिटल के साथ को-ब्रांडेड कार्ड है। इसके जरिये लोग डाक्टरों से सलाह के साथ दवा ऑनलाइन खरीद सकते हैं। इसके अलावा कंपनी शिक्षा क्षेत्र पर भी ध्यान दे रही है क्योंकि कई लोग अब ‘ऑनलाइन’ पाठ्यक्रम का विकल्प चुनेंगे। एसबीआई कार्ड एंड पेमेंट सर्विसेज ब्रांड नाम एसबीआई कार्ड के तहत काम करती है। कंपनी की वृद्धि पिछले वित्त वर्ष में 28 प्रतिशत बढ़कर 1.05 करोड़ रही। एसबीआई कार्ड देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई और कार्लाइल ग्रुप की संयुक्त उद्यम इकाई है।