नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की शीर्ष 10 कंपनियों के एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की तीसरी किस्त में निवेशकों से 9,200 करोड़ रुपए मूल्य की बोली मिली हैं। यह जुटाई जाने वाली प्रस्तावित राशि के मुकाबले 3.7 गुना अधिक है।
रिलायंस म्यूचुअल फंड प्रबंधित केंद्रीय लोक उपक्रम-एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (CPSE ETF) में सभी तरफ के निवेशकों की भागीदारी देखी गई। रिटेल निवेशकों ने 3,500 करोड़ रुपए से अधिक की बोली लगाई।
एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कुल निर्गम का 30 प्रतिशत यानी 750 करोड़ रुपए की बोली एंकर निवेशकों के लिए आरक्षित रखी गई। उन्होंने 5,700 करोड़ रुपए मूल्य की बोली लगाई।
- सरकार की तीसरे सीपीएसई ईटीएफ की बिक्री के जरिये 2,500 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है।
- निर्गम 14 मार्च को खुला और 17 मार्च को बंद हुआ।
- विदेशी संस्थाओं जैसे बीएनपी पारिबास, मोर्गन स्टेनली, सोकजेन, सिटीग्रुप और घरेलू निवेशक जैसे एलआईसी, एक्साइज इंश्योरेंस, एसबीआई बैंक, एक्सिस बैंक तथा कैनरा बैंक ने भी बोलियां लगाईं।
- सरकार ने तीसरे चरण के सीपीएसई ईटीएफ में पहले की तुलना में कम डिस्काउंट दिया बावजूद इसके मांग अधिक रही।
- दूसरे चरण में सरकार ने 5 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया था, जबकि तीसरे चरण में यह केवल 3.5 प्रतिशत है।
- जनवरी में सरकार ने दूसरे सीपीएसई-ईटीएफ के जरिये 6,000 करोड़ रुपए जुटाए थे।
- पहला चरण मार्च 2014 में आया था, तब सकरार ने 3,000 करोड़ रुपए जुटाए थे।