नई दिल्ली। रेस्तरां चलाने वाली कंपनी मैकडोनाल्ड्स से अलग हो चुके उसके साझीदार विक्रम बक्शी ने कहा कि कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स लिमिटेड (CPRL) के निदेशक मंडल ने इस संबंध में कानूनी लड़ाई को आगे जारी रखने का निर्णय किया है। CPRL के पास उत्तर और पूर्वी भारत में मैकडोनाल्ड्स के रेस्तरां चलाने का लाइसेंस था और इसे समाप्त कर दिया गया है। इसको लेकर दोनों कंपनियों के बीच कानूनी विवाद चल रहा है। CPRL के निदेशक मंडल ने कल इस संबंध में बैठक की। उसने पिछले महीने समाप्त किए गए लाइसेंस समझौते के खिलाफ आगे कानूनी लड़ाई को जारी रखने का निर्णय किया है।
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बक्शी ने कहा कि,
CPRL के निदेशक मंडल ने मैकडोनाल्ड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (MIPL) द्वारा लाइसेंस को अवैध रुप से समाप्त किए जाने के खिलाफ कानूनी लड़ाई को जारी रखने का निर्णय किया है।
राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने न्यायमूर्ति जीएस सिंघवी को CPRL के निदेशक मंडल में प्रशासक नियुक्त किया है। कंपनी के निदेशक मंडल का यह फैसला एक अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता अदालत के पिछले हफ्ते आए उस फैसले के बाद आया है जिसमें CPRL को संयुक्त उपक्रम में अपना अंश MIPL को बेचने का निर्देश दिया गया है।
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CPRL में MIPL और बक्शी की 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कल हुई बैठक में MIPL की ओर से कोई शामिल नहीं हुआ। निदेशक मंडल की पिछली बैठकों में भी कोई शामिल नहीं हुआ था। इस संबंध में MIPL को भेजे गए प्रश्न का कोई उार नहीं मिला है।