नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार का कहा कि कोविड-19 से पूरी दुनिया पर पड़ने वाला प्रभाव हमारी कल्पना के परे है। वर्तमान अनुमानों के मुताबिक इस महामारी से वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5.8 लाख करोड़ से 8.8 लाख करोड़ डॉलर तक का नुकसान होने की आंशका है। यह वैश्विक जीडीपी का 6.5 से 9.7 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट आने की भविष्यवाणी की जा रही है और यह निश्चित ही आर्थिक मंदी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट होगी।
एसियान-इंडिया थिंक टैंक के 6वें राउंड टैबल बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पूरी दुनिया इस समय एक अप्रत्याशित चुनौती का सामना कर रही है। हम में से किसी ने भी इस तरह के संकट का पहले कभी सामना नहीं किया है। कई महे बीत जाने के बाद भी, इस संकट का कोई ठोस समाधान अभी भी नहीं मिल पाया है। आगे का भविष्य अभी भी अस्पष्ट है।
जयशंकर ने कहा कि इस महामारी से एक बात स्पष्ट हो गई है कि दुनिया में हमें दोबारा इस तरह का संकट नहीं आने देना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें अपने पुरानी परपंरा को तोड़ते हुए नई सोच, नए विचारों, बेहतर कल्पना और अधिक खुलेपन की आवश्यकता है।