नई दिल्ली। फार्मा क्षेत्र की दुनिया की दिग्गज कंपनी फाइजर ने कहा है कि दुनिया के विभिन्न देशों में उसके कोविड-19 टीके का दाम अलग-अलग होगा। कंपनी का इरादा इस टीके को दुनियाभर में उपलब्ध कराने का है। कंपनी की भारतीय इकाई ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) से फाइजर/बायोनटेक वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की अनुमति मांगी है। ब्रिटेन में टीके को मंजूरी मिलने के बाद फाइजर और बायोनटेक को आगामी दिनों में अन्य देशों में भी इस टीके को मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
फाइजर इंक के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अल्बर्ट बोर्ला ने इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरर्स एंड एसोसिएशंस (आईएफपीएमए) द्वारा मंगलवार को आयोजित वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वैक्सीन की कीमत के पीछे हमारा आधार यह है कि इसे जल्द से जल्द सभी को उपलब्ध कराया जाए।’’ उन्होंने कहा कि इस टीके का भिन्न देशों में अलग-अलग दाम होगा। विकसित देशों में टीके की कीमत उनके सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आधार पर तय की जाएगी। वहीं मध्यम आय वर्ग के देशों के लिए इसकी कीमत और कम होगी। वहीं निचली आय वाले देशों मसलन अफ्रीका को यह टीका बिना किसी लाभ के उपलब्ध कराया जाएगा। बोर्ला ने कहा कि विकसित देशों में भी टीके की कीमत इतनी ही रखी जाएगी, जिसे वे आसानी से वहन कर सकें। अमेरिका में टीके का दाम 19.50 डॉलर है, जो वहां एक बार के भोजन का औसत दाम है। उन्होंने कहा कि कंपनी विभिन्न सरकारों से वैक्सीन के लिए बात कर रही है।
इससे पहले ऑक्सफोर्ड वैक्सीन तैयार कर रही सीरम इंस्टीट्यूट ने कहा था कि उसकी वैक्सीन की दो डोज करीब 1000 रुपये में मिल सकती हैं। हालांकि कंपनी ने ये भी साफ किया कि भारत सरकार को इसकी कीमत इससे काफी कम पड़ सकती है क्योंकि वो इसकी काफी बड़ी मात्रा मंगा सकती है।