नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के चलते इस साल कमाई में हुए भारी नुकसान के मद्देनजर भारतीय रेलवे अपने खर्चों में कटौती करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत नए पद सृजित करने पर रोक, कर्मचारियों को अधिक क्षमतावान बनाने, डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिये कार्यक्रम आयोजित करने जैसे उपाय शामिल हैं।
रेलवे के वित्तीय आयुक्त ने 19 जून को लिखे एक पत्र में सभी जोन के महाप्रबंधकों को बताया कि रेलवे की यातायात से होने वाली कमाई में मई के अंत में, पिछले साल की इस अवधि की तुलना में 58 प्रतिशत की गिरावट आई है। पत्र में कहा गया है कि खर्चों पर नियंत्रण और कमाई बढ़ाने के लिए नए रास्ते तलाशने होंगे।
पत्र के अनुसार 2017 में तत्कालीन आयुक्त और 2018 में रेलवे बोर्ड ने भी ऐसे कदम उठाने की घोषणा की थी। आयुक्त के पत्र में कहा गया है कि जैसा कि आप जानते हैं कि सरकार का आदेश है कि रेलवे को पेंशन समेत अपने राजस्व खर्च खुद ही वहन करने होंगे। कोविड-19 के चलते इस साल की लक्षित कमाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
आयुक्त ने रेलवे के सभी जोन को कर्मचारियों पर होने वाले खर्चों में कटौती और उन्हें कई कार्यों में दक्ष बनाने, अनुबंधों की समीक्षा करने, बिजली उपभोग कम करने और प्रशासनिक तथा अन्य क्षेत्रों में खर्चों में कटौती का सुझाव दिया है। इसके अलावा नए पद सृजित करने पर रोक लगाने का भी सुझाव दिया गया है।
पत्र में कहा गया है कि बीते दो साल के दौरान सृजित किए गए पदों की समीक्षा की जानी चाहिए और अगर इन पर नियुक्तियां नहीं हुई हैं तो उनकी समीक्षा कर भर्ती रोकी जा सकती है। इसके अलावा कार्यशालाओं में कर्मचारियों को क्षमतावान बनाया जा सकता है।