नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में नए मॉल की शुरुआत बुरी तरह से प्रभावित हुई है। साल के दौरान अब तक महज पांच मॉल शुरू किए गए हैं, जबकि कोरोना पूर्व अनुमान के हिसाब से इस साल 54 मॉल शुरू होने वाले थे। एक वैश्विक संपत्ति परामर्शदाता ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। महामारी से बुरी तरह प्रभावित रिटेल क्षेत्र में 2020 के दौरान 27.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल के साथ केवल 5 नए मॉल्स ने अपना परिचालन शुरू किया है। वहीं 59 लाख वर्ग फुट में बन रहे 14 नए मॉल के 2021 के अंत तक तैयार होने की संभावना है।
एनारॉक रिटेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) अनुज केजरीवाल ने कहा कि मार्च में कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन से पहले हमारा शोध बताता है कि भारतीय शहरों में करीब 54 नए मॉल इस साल शुरू होने वाले थे। ये मॉल करीब 222 लाख वर्गफुट क्षेत्र में प्रस्तावित थे। उन्होंने कहा कि इनमें से लगभग 140 वर्गफुट में करीब 35 नए मॉल सात बड़े शहरों में तैयार होने वाले थे, जबकि टिअर-2 और टिअर-3 शहरों में 76 लाख वर्गफुट में 19 नए मॉल खुलने वाले थे।
केजरीवाल ने कहा कि पांच नए शॉपिंग मॉल गुड़गांव, दिल्ली, लखनऊ और बेंगलुरू जैसे शहरों में शुरू किए गए। उन्होंने कहा कि 2021 में, कम से कम छह मॉल मुंबई में पूरे होने की संभावना है।
लार्सन एंड टुब्रो को मिला ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल बनाने का ठेका
लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने बनने वाले सड़क पुल के लिए सबसे कम बोली लगाकर, इसका ठेका हासिल किया है। इस परियोजना की लागत करीब 3,200 करोड़ रुपये है। 18 किलोमीटर लंबा यह पुल धुबरी से फूलबाड़ी के बीच करीब 203 किलोमीटर की दूरी कम करेगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह देश के सबसे बड़े नदी पुल में से एक होगा। इसके बनने के बाद पूर्वोत्तर के दो राज्य असम और मेघालय के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। एनएचआईडीसीएल ने कहा कि धुबरी से फूलबाड़ी के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 127बी पर ब्रह्मपुत्र नदी के ऊपर चार लेन के सड़क पुल निर्माण की निविदा में लार्सन एंड टुब्रो सबसे कम बोली लगाने वाली कंपनी बनकर उभरी है। इस परियोजना की लागत करीब 3,200 करोड़ रुपये है। इस परियोजना का वित्त पोषण जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जीका) करेगी।