मुंबई। गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के तहत लगने वाले रिवर्स चार्ज मैकेनिज्स (RCM) के खिलाफ देश की कॉटन इंडस्ट्री ने आवाज उठाई है। कॉटन इंडस्ट्री के संगठन कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CAI) ने कहा है GST काउंसिल ने 21 दिसंबर को होने वाली अगली बैठक में अगर RCM के मुद्दे को हल नहीं किया तो इंडस्ट्री 22 दिसंबर से सभी संबधित राज्यों में काम बंद कर देगी और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जाएगी।
GST के तहत लगने वाले RCM में टैक्स सप्लाई करने वाली इकाई या कारोबारी को नहीं चुकाना पड़ता बल्कि खरीदार को टैक्स चुकाना होता है। कॉटन जिनर्स इंडस्ट्री का कहना है कि उनसे कपास रूई और बिनौला खरीदने वाले RCM के तहत GST नहीं चुकाते हैं जिस वजह से उनका बहुत ज्यादा पैसा फंसा हुआ है।
महाराष्ट्र कॉटन जिनर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट बीएस राजपाल ने कहा कि सरकार ने सभी एग्री कमोडिटीज को छोड़ कपास पर RCM लागू कर दिया है जो अच्छा फैसला नहीं है। उन्होंने कहा कि कपास पर अगर RCM इसी तरह लागू रहा तो इससे पूरे कपास उद्योग को घाटे का सामना करना पड़ेगा।