नयी दिल्ली। देश में इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की सुस्त रफ्तार अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर डाल रही है। देश के विभिन्न राज्यों में चल रही 273 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की लागत में 1.77 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। भूमि अधिग्रहण और वन मंजूरी में विलंब की वजह से इन परियोजनाओं की लागत बढ़ी है।
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अगस्त, 2016 में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने अगस्त, 2016 में 1,167 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की निगरानी की। ये परियोजनाएं बिजली, रेलवे और सड़क जैसे क्षेत्रों से संबंधित हैं जो 150 करोड़ रपये या उससे अधिक की हैं।
- 1,167 परियोजनाओं में से 282 निर्धारित समयसीमा के हिसाब से आगे बढ़ रही हैं।
- 337 में देरी हुई है, 273 परियोजनाओं की लागत में इजाफा हुआ।
- 85 परियोजनाएं ऐसी हैं जो देरी से तो चल ही रही हैं वहीं उनकी लागत में भी बढ़ोतरी हुई है।
- 1,167 परियोजनाओं की क्रियान्वयन की लागत 14,33,476.53 करोड़ रुपए है।
- इन परियोजनाओं के पूर्ण होने की अनुमानित लागत 16,10,504.54 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
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- लागत में 1,77,028.01 करोड़ रुपए या 12.35 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
- अगस्त, 2016 तक इन परियोजनाओं पर खर्च 6,30,581.41 करोड़ रुपए हुआ है।
- यह इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत का 39.15 प्रतिशत है।
- देरी वाली 337 परियोजनाओं में से 68 एक से 12 महीने की देरी से चल रही हैं।
- 54 परियोजनाओं में 13 से 24 महीने, 138 में 25 से 60 महीने तथा 77 में 61 या अधिक माह की देरी है।