नई दिल्ली। देश के रोजगार बाजार की स्थिति में सुधार दिख रहा है। एक सर्वे में कहा गया है कि अगले तीन माह के दौरान 44 प्रतिशत कंपनियां नयी नियुक्तियां करने की तैयारी कर रही हैं। मैनपावरग्रुप इंडिया द्वारा जारी रोजगार परिदृश्य सर्वे के अनुसार अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही के दौरान शुद्ध रोजगार परिदृश्य 44 प्रतिशत है। यह पिछले सात साल का सबसे बेहतर आउटलुक है। शुद्ध रोजगार परिदृश्य नियुक्ति गतिविधियों में कमी की आशंका जताने वाले नियोक्ताओं के प्रतिशत में से नियुक्ति गतिविधियों में वृद्धि की संभावना जताने वाले नियोक्ताओं के प्रतिशत को घटाकर निकाला जाता है। इस सर्वे में 3,046 कंपनियों को शामिल किया गया।
सर्वे से संकेत मिलता है कि कई कंपनियां इस साल के अंत से पहले अपने कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। उनका मानना है कि महामारी से संबंधित अंकुशों में ढील के बाद उत्पाद और सेवाओं की मांग बढ़ेगी। मैनपावरग्रुप इंडिया के समूह प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, ‘‘कॉरपोरेट भारत में रिकवरी का मजबूत रुख दिख रहा है। बाजार में कुल धारणा सकारात्मक है। नई परिस्थितियों में भूराजनैतिक स्थिरता, विविधता वाली अर्थव्यवस्था महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि तिमाही-दर-तिमाही आधार पर सभी क्षेत्रों में नियुक्ति की संभावनाओं में सुधार हुआ है।
सेवा, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस, बीमा तथा रियल एस्टेट क्षेत्रों का आउटलुक सबसे बेहतर नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘टीकाकरण में तेजी बनी हुई है। ज्यादातर कंपनियों में दूसरे टीके की तैयारी है, त्यौहारों का मौसम भी सामने है, इससे उम्मीद बढ़ी है। हालांकि, तीसरी लहर का खतरा और कुशल कर्मियों की कमी उद्योगों के सामने बना हुआ है। सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि सभी चार क्षेत्रों में नियुक्तियों की संभावनाओं में पिछली तिमाही के मुकाबले काफी मजबूती आई है।