नई दिल्ली। कॉरपोरेट टैक्स में कटौती को सरकार का साहसिक कदम बताते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मंगलवार को कहा कि इसने भारत को विदेश निवेश के लिए एक आकर्षक स्थान बना दिया है। 28 साल में पहली बार बड़ी कटौती करते हुए, सरकार ने शुक्रवार को कॉरपोरेट टैक्स रेट में लगभग 10 प्रतिशत की कटौती का ऐलान किया था। सरकार के इस निर्णय से कंपनियों को 1.45 लाख करोड़ रुपए का फायदा मिलेगा।
दास ने कहा कि यह बहुत बड़ा कदम है और यह सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था में जान फूंकने का एक सकारात्मक कदम भी है। भारत में कॉरपोरेट टैक्स अब एशिया में अन्य उभरते बाजारों के मुकाबले काफी प्रतिस्पर्धी बन गया है। वैश्विक निवेशकों और एफडीआई के लिहाज से देखें तो मेरा मानना है कि भारत अब काफी प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति में आ गया है और अब यह अधिक निवेश आकर्षित करने में सक्षम होगा।
घरेलू निवेशकों के बारे में उन्होंने कहा कि अब उनके पास अधिक नकदी होगी इसलिए वो अब अधिक पूंजी खर्च करने में सक्षम होंगे। वह अधिक निवेश कर सकते हैं और इनमें से कुछ लोग अपना कर्ज कम कर सकते हैं, जो उनकी बैलेंस शीट को मजबूत बनाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बारे में दास ने कहा कि मौद्रिक समीक्षा बैठक से पूर्व यह एक पारंपरिक बैठक थी। उन्होंने कहा कि यह एक लंबी परंपरा है कि गवर्नर वित्त मंत्री से मिलते हैं और समग्र अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करते हैं। इसलिए आज की बैठक भी वही थी।
तीन दिन तक चलने वाली मौद्रिक नीति समिति की बैठक 1 अक्टूबर को शुरू होगी और ऐसी संभावना है कि 4 अक्टूबर को प्रमुख नीति गत ब्याज दर में एक बार फिर कटौती का ऐलान हो। पिछले हफ्ते दास ने कहा था कि सरकार के पास वृद्धि को समर्थन देने के लिए सीमित वित्तीय संसाधन हैं लेकिन निम्न मुद्रास्फीति केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों में और कटौती करने में मदद कर सकती है।