नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ने एविएशन सेक्टर की कमर तोड़ दी है, यह बात गोएयर के सीईओ विनय दुबे ने बुधवार को कही और अपने सभी कर्मचारियों के मार्च वेतन में कटौती का ऐलान किया। दुबे ने कहा कि गोएयर के सभी कर्मचारियों के मार्च के वेतन में कटौती होगी, क्योंकि कोरोना वायरस के चलते यात्रा प्रतिबंधों के कारण हमारे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है।
पिछले कुछ हफ्तों में, गोएयर ने पहले ही कॉस्ट कटिंग के लिए कई कदम उठाए हैं। इसमें विदेशी पायलेटों की छंटनी, कर्मचारियों को रोटेशनल आधार पर बिना वेतन के छुट्टी पर जाने के निर्देश और शीर्ष प्रबंधन के वेतन में 50 प्रतिशत तक की कटौती जैसे कदम शामिल हैं।
दुबे ने कर्मचारियों को भेजे आधिकारिक ईमेल में कहा है कि मौजूदा परिस्थिति में हमारे पास अब कोई और दूसरा रास्ता नहीं बचा है इसलिए सभी कर्मचारियों के मार्च वेतन में कटौती करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कम वेतन वाले कर्मचारियों के वेतन में न्यूनतम कटौती हो। भारत ने रविवार से एक हफ्ते के लिए अंतरराष्ट्रीय कमर्शियल उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है। पिछले हफ्ते इंडिगो के सीईटो रोनोजॉय दत्ता ने भी कर्मचारियों के वेतन में 5 से 25 प्रतिशत तक की कटौती करने का ऐलान किया था।
गृह मंत्रालय ने निजी सुरक्षा एजेंसियों ने कहा, गार्डों की छंटनी, वेतन में कटौती न करें
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निजी सुरक्षा एजेंसियों से कहा है कि वे कोरोना वायरस महामारी के चलते 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान गार्डों की छंटनी या उनके वेतन में कटौती न करें। गृह मंत्रालय ने निजी सुरक्षा उद्योग के केंद्रीय संघों, सीआईआई, फिक्की, एसोचैम और अन्य को लिखे पत्र में कहा कि भारत कोविड-19 के प्रकोप के चलते एक असाधारण हालात का सामना कर रहा है।
इस महामारी और बंद के चलते आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं और दुकानें, मॉल और अन्य प्रतिष्ठान बंद होने के कारण निजी सुरक्षा एजेंसियां प्रभावित हो सकती हैं। गृह मंत्रालय ने कहा है कि यह निजी सुरक्षा उद्योग के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का वक्त है और उन्हें अपने कर्मचारियों को छंटनी से बचाना चाहिए।