चंडीगढ़: हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित क्षेत्रों व संस्थानों की मदद करने के लिये शराब पर "कोविड उपकर" लगाने का विचार किया जा रहा है। कोरोना वायरस महामारी पर रोकथाम के लिये लागू लॉकडाउन (बंद) के कारण हरियाणा को प्रति माह 6,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। चौटाला ने रविवार को कहा, "सरकार नये कोविड उपकर पर विचार कर रही है, ताकि उन क्षेत्रों या उन संस्थानों की मदद की जा सके जो महामारी से प्रभावित हैं और उन्हें मदद की जरूरत है।"
यह पूछे जाने पर कि सरकार कितना उपकर लगाने पर विचार कर रही है, उन्होंने कहा, "चर्चा जारी है। प्रत्येक उत्पाद अलग हैं, एक स्थितर उपकर लगाना संभव नहीं है, इसलिये यह उत्पाद और मात्रा पर निर्भर करेगा। उपकर घटाने या बढ़ाने योग्य रहेगा।’’ चौटाला के पास आबकारी तथा उद्योग और वाणिज्य विभाग की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि अभी राज्य में शराब की दुकानें खोलने के बारे में निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मीडिया समेत लोगों से इस बारे में सुझाव मांगे गये हैं और उसी के हिसाब से कदम उठाये जायेंगे।
उन्होंने कहा, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिये कि शराब की दुकानें जब भी खुलें, वहां भीड़-भाड़ न हो और लोगों के बीच आपस में उचित दूरी बनी रहे। राज्य सरकार ने उपायुक्तों से भी रिपोर्ट मांगी है कि शराब की दुकानें खोली जानी चाहिये या नहीं, क्योंकि वायरस के संक्रमण की स्थिति हर जिले में भिन्न है। केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उद्योग को ढील देने के बारे में उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल से पाबंदियों को कम किया जा रहा है। सिर्फ संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में स्थित इकाइयों को ढील नहीं दी गयी है। चौटाला ने कहा कि आने वाले समय में उद्योगों को और ढील दी जायेंगी।