नई दिल्ली। 8 बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर लगातार चौथे महीने घटी है। नवंबर, 2019 में बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 1.5 प्रतिशत घटकर 1.9 प्रतिशत पर रही, नवंबर 2018 में वृद्धि 3.3 प्रतिशत पर थी। मंगलवार को सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़ों से पता चला है कि 8 बुनियादी उद्योगों में से 5 में नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है।
नवंबर 2018 में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 3.3 प्रतिशत रही थी। कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, इस्पात और बिजली की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर में नकारात्मक रही।
सीमेंट उत्पादन की वृद्धि दर नवंबर, 2019 में 4.1 प्रतिशत रही, जो नवंबर 2018 में 8.8 प्रतिशत थी। रिफाइनरी उत्पादों और उर्वरक की उत्पादन वृद्धि दर नवंबर 2019 में क्रमश: 3.1 प्रतिशत और 13.6 प्रतिशत रही। अप्रैल-नवंबर के दौरान बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर फ्लैट (शून्य प्रतिशत) रही, जो एक साल पहले की समान अवधि में 5.1 प्रतिशत थी। अगस्त से आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर नकारात्मक चल रही है।
खनिज ईंधन, बिजली और इस्पात जैसे क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट के चलते बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों का उत्पादन नवंबर महीने में एक साल पहले के मुकाबले 1.5 प्रतिशत कम रहा। यह लगातार चौथा महीना है जब बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में संकुचन आया है। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इन आठ में से पांच बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में बड़ी गिरावट से नवंबर में इनमें कुल मिला कर संकुचन हुआ। नवंबर 2018 में आठ उद्योगों के उत्पादन में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक समीक्षाधीन महीने (नवंबर -2019) में कोयला , कच्चा तेल , प्राकृतिक गैस , इस्पात और बिजली के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। सीमेंट उद्योग की वृद्धि दर घटकर नवंबर,19 में 4.1 प्रतिशत पर आ गई , जो कि नवंबर 2018 में 8.8 प्रतिशत पर थी। रिफाइनरी और उवर्रक के उत्पादन में नवंबर महीने में क्रमश : 3.
1 प्रतिशत और 13.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।