नई दिल्ली। भारत के कोर सेक्टर की ग्रोथ नवंबर में 1.3 फीसदी घटी है, इससे पहले लगातार छह महीने तक इसमें वृद्धि दर्ज की गई थी। स्टील, सीमेंट और क्रूड ऑयल प्रोडक्शन में कमी आने की वजह से कुल आउटपुट में यह गिरावट आई है। पिछले साल नवंबर में कोर सेक्टर की ग्रोथ 8.5 फीसदी थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को आंकड़े जारी किए हैं। आठ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर मिलकर कोर सेक्टर इंडेक्स बनाते हैं, जिसमें कोल, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रीसिटी शामिल हैं। इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन इंडेक्स (आईआईपी) में इन सभी आठ सेक्टर का कुल भार 38 फीसदी है।
ेजममNo Improvement: नहीं बढ़ी कोर सेक्टर की रफ्तार, अक्टूबर में ग्रोथ रेट 3.2 पर रही स्थिर
आखिरी बार कोर सेक्टर निगेटिव जोन में अप्रैल में गया था, तब इसमें 0.4 फीसदी की गिरावट आई थी। अक्टूबर में कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट 3.2 फीसदी थी। अप्रैल-नवंबर के दौरान कुल ग्रोथ रेट 2 फीसदी रही है, जबकि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में कोर सेक्टर की ग्रोथ रेट 6 फीसदी दर्ज की गई थी। चार इंडस्ट्री नेचुरल गैस, क्रूड ऑयल, सीमेंट और स्टील का उत्पादन नवंबर में घटा है, जबकि इलेक्ट्रीसिटी प्रोडक्शन स्थिर रहा है। फर्टिलाइजर एक ऐसा अकेला सेक्टर है, जिसने दो अंकों में ग्रोथ हासिल की है।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक नवंबर में क्रूड ऑयल का उत्पादन 3.3 फीसदी और नेचुरल गैस का 3.9 फीसदी घटा है। पिछले साल समान अवधि में इनका उत्पादन (-) 0.1 फीसदी और (-)2.3 फीसदी था। इसी प्रकार कोल उत्पादन में 3.5 फीसदी, रिफाइनरी प्रोडक्शन 2.5 फीसदी और इलेक्ट्रीसिटी प्रोडक्शन 0 फीसदी घटा है। सभी सेक्टरों की तुलना में स्टील में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है, इस साल यह 8.4 फीसदी रहा है।