नई दिल्ली। कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, उवर्रक व सीमेंट का उत्पादन घटने के कारण फरवरी महीने में आठ प्रमुख बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर घटकर एक प्रतिशत रह गई, जो कि पिछले एक साल में सबसे कम है।
आठ ढांचागत क्षेत्रों-कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट व बिजली-की वृद्धि दर एक साल पहले फरवरी 2016 में 9.4 प्रतिशत थी। इससे पहले दिसंबर 2015 में इस क्षेत्र की वृद्धि दर सबसे कम 0.9 प्रतिशत रही थी। एक महीना पहले जनवरी 2017 में इन क्षेत्रों की वृद्धि दर 3.4 प्रतिशत रही।
उल्लेखनीय है कि कुल औद्योगिक उत्पादन में बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों का योगदान 38 प्रतिशत है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-फरवरी अवधि में इन बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही, जो कि गत वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3.5 प्रतिशत रही थी।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने इन आंकड़ों पर कहा है कि फरवरी 2017 के वृद्धि संबंधी आंकड़े अपेक्षा के अनुरूप ही हैं। आलोच्य महीने में कोयला व स्टील क्षेत्र की वृद्धि दर सकारात्मक रही। आलोच्य महीने में कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक व सीमेंट का उत्पादन क्रमश: 3.4 प्रतिशत, 1.7 प्रतिशत, 2.3 प्रतिशत, 5.3 प्रतिशत व 15.8 प्रतिशत घटा।