नई दिल्ली। देश के प्रमुख 8 उद्योगों के उत्पादन की वृद्धि दर अप्रैल में 8.5 फीसदी रही। रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली के उत्पादन में वृद्धि से बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में यह सुधार हुआ है। इन उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली उत्पादन उद्योग शामिल हैं। इन आठ उद्योगों का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 38 फीसदी योगदान होता है।
इनका उत्पादन पिछले साल अप्रैल में 0.2 फीसदी गिरा था। इन उद्योगों की इस बार अप्रैल की वृद्धि इससे पिछले महीने मार्च की 6.4 फीसदी की वृद्धि से बेहतर है। यह बुनियादी उद्योगों के कारोबार में तेजी लौटने का संकेत है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में 17.9 फीसदी का उछाल आया, जबकि अप्रैल 2015 में इसमें 2.9 फीसदी की गिरावट आई थी। उर्वरक, इस्पात, सीमेंट तथा बिजली के उत्पादन की वृद्धि दर आलोच्य महीने में सालाना आधार पर क्रमश: 7.8 फीसदी, 6.1 फीसदी, 4.4 फीसदी तथा 14.7 फीसदी रही।
हालांकि कोयला, कच्चा तेल तथा प्राकृतिक गैस के उत्पादन में इस साल अप्रैल में गिरावट दर्ज की गई। कोयले के उत्पादन में 0.9 फीसदी, कच्चा तेल तथा प्राकृतिक गैस के उत्पादन में क्रमश: 2.3 फीसदी तथा 6.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वित्त वर्ष 2015-16 में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 2.7 फीसदी रही, जबकि 2014-15 में इनमें 4.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
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