मुंबई। घरेलू उपकरण बनाने वाली कंपनी व्हर्लपूल ऑफ इंडिया ने कहा कि कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण लागत खर्च लगातार अधिक होने से कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियों को जून से दाम बढ़ाने पड़ सकते हैं। व्हर्लपूल ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक सुनील डिसूजा ने कहा कि लागत में अभी हम उथल-पुथल देख रहे हैं और इसे बढ़ता देख रहे हैं। तेल और रुपए से सभी पर असर पड़ रहा है और हमें उम्मीद है कि उद्योग इसकी प्रतिक्रिया में उत्पादों के दाम बढ़ाएगा। हम पूरे उद्योग की तरह कदम उठाएंगे।
दाम में वृद्धि की दर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका पूर्वानुमान मुश्किल है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कंपनियां जून से दाम बढ़ाना शुरू कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों की लागत में आयातित कच्चे माल की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है। करीब तीन महीने पहले रुपया कमजोर हुआ है और 63.50 रुपये प्रति डॉलर से 67 रुपए प्रति लीटर तक गिर गया है।
डिसूजा ने कहा कि कच्चा तेल हाल ही में 60 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 77-78 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है। इसका कारोबारी लागत और सभी वस्तुओं पर चक्रीय असर होगा।