प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बैठक के बारे में बयान जारी कर कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में 4,000 किलोमीटर हरित सड़कों का निर्माण हरित प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हुये किया गया। गैर परंपरागत सामग्री मसलन बेकार प्लास्टिक, कोल्ड मिक्स, जियो टेक्सटाइल, फ्लाई एश, लौह और कॉपर स्लैग के इस्तेमाल को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। मोदी ने ग्रामीण सड़कों के निर्माण और उनकी गुणवत्ता पर दक्षता और कड़ाई से निगरानी का निर्देश दिया।