नई दिल्ली। दिल्ली का कनॉट प्लेस कार्यालय के लिए स्थान लेने के मामले में दुनिया का नौंवा सबसे महंगा स्थान है। इसका सालाना किराया 105.71 डॉलर प्रति वर्गफुट तक पहुंच गया है। संपत्ति सलाहकार कंपनी सीबीआरई ने यह जानकारी दी है।
मुंबई का बांद्रा कुर्ला परिसर (बीकेसी) इस मामले में 19वें स्थान पर रहा, जबकि नरीमन प्वाइंट 30वें स्थान पर रहा। सीबीआरई के वैश्विक प्राइम ऑफिस रेंट की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। सालाना 264.27 डॉलर प्रति वर्गफुट के किराए के साथ हांगकांग (सेंट्रल) दुनिया का सबसे महंगा कार्यालय स्थान है। बीजिंग (फाइनेंस स्ट्रीट) और हांगकांग (कॉवलूम) इस लिस्ट में क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे हैं।
बीजिंग इस लिस्ट में चौथे स्थान पर रहा। इसके बाद लंदन (वेस्ट एंड), न्यूयॉर्क (मिडटाउन मेनहैटन), टोक्यो (मारहनोची-ओटेमाची), शंघाई (पुडॉन्ग) का स्थान रहा और मॉस्को दसवें स्थान पर रहा।
कनॉट प्लेस में सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) दुनिया के सबसे महंगे ऑफिस मार्किट में नौवें स्थान पर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के अंत में इस इलाके का प्राइम ऑफिस किराया 105.71 डॉलर प्रति वर्गफुट सालाना रहा है।
सीबीआरई के चेयरमैन (भारत और दक्षिण पूर्वी एशिया) अंशुमान मैगजीन ने कहा, भारत के वाणिज्यिक रीयल एस्टेट में पिछले दो साल से लगातार सकारात्मक रूख बना हुआ है। वैश्विक कंपनियों के लिए यह लगातार तरजीही स्थान बना हुआ है।