नई दिल्ली। IPO बाजार में चार साल तक निराशाजनक माहौल रहने के बाद पिछले वित्त वर्ष में 24 कंपनियों ने प्राथमिक शेयर बाजार का रुख किया और 14,461 करोड़ रुपए जुटाए, जो पिछले पांच सालों में सर्वाधिक है। प्राइम डाटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दिया ने बताया कि आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार के इस वित्त वर्ष में गुलजार रहने की संभावना है। 25 कंपनियों को सेबी से पहले ही आईपीओ के जरिए 12,500 करोड़ रुपए जुटाने की अनुमति मिल चुकी है।
इसके अलावा छह और कंपनियों को सेबी से अनुमति मिलने का इंतजार है, जिनकी कुल 3,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। निकट भविष्य में कुछ अन्य कंपनियों द्वारा भी आईपीओ लाने की संभावना है। उपलब्ध सूचनाओं के अनुसार वर्ष 2015-16 में द्वितीयक बाजार में उथल-पुथल रहने के बावजूद 24 कंपनियों ने आईपीओ से 14,461 करोड़ रुपए जुटाए, जो 2010-11 के बाद आईपीओ से जुटाई गई सबसे अधिक राशि है। 2010-11 में कंपनियों ने आईपीओ से 33,098 करोड़ रुपए जुटाए थे। वित्त वर्ष 2014-15 में आठ कंपनियों ने आईपीओ से कुल मिला कर 2,770 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई थी।
बजाज कॉर्प का मुनाफा चौथी तिमाही में 54 करोड़ रुपए
एफएमसीजी कंपनी बजाज कॉर्प को 31 मार्च को समाप्त चौथी तिमाही के दौरान 54.02 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ हुआ। यह लगभग एक साल पहले के स्तर के बराबर ही है। कंपनी को 2014-15 की जनवरी-मार्च तिमाही में 54.42 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में बजाज कॉर्प की कुल बिक्री 3.24 फीसदी गिरकर 227.79 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की इसी अवधि में 235.42 करोड़ रुपए थी।