वॉशिंगटन। गरीब देशों के लोगों को लाभ पहुंचाने वाली नीतियों के प्रति समर्पण के मामले में अमेरिका शीर्ष 27 धनी देशों में काफी पीछे है। एक रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। वॉशिंगटन स्थित सेंटर फोर ग्लोबल डेवलपमेंट द्वारा मंगलवार को प्रकाशित वार्षिक रिपोर्ट में विकास के प्रति प्रतिबद्धता सूचकांक में 27 धनी देशों में अमेरिका 23वें स्थान पर है।
इस सूचकांक को हर साल प्रकाशित किया जाता है और गरीब देशों के लोगों के विकास को समर्पित योजनाओं के आधार पर 27 धनी देशों का मूल्यांकन किया जाता है।
इस साल सूचकांक में स्वीडन शीर्ष पर रहा है। इसके बाद डेनमार्क का स्थान है। जर्मनी एक स्थान ऊपर जाकर फिनलैंड के साथ तीसरे स्थान पर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका 27 धनी देशों में 23वें स्थान पर बना हुआ है।
सेंटर फोर ग्लोबल डेवलपमेंट के अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा कि विकास की अच्छी नीति विदेशी आर्थिक मदद से बढ़कर है। आर्थिक मदद भी महत्वपूर्ण है पर अमेरिका के नीति-निर्माताओं को शरणार्थी नीति से लेकर शुल्क तक पर अपने तरीकों का मूल्यांकन करने की जरूरत है और यह तय करना है कि वे विकासशील देशों की मदद करना चाहते हैं या इससे बचना चाहते हैं।
अमेरिका ने इस साल सुरक्षा तथा व्यापार के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया है पर नए शुल्कों से आने वाले समय में यह भी प्रभावित होगा। इस साल यूरोपीय देशों ने शीर्ष 12 स्थानों पर कब्जा किया। अध्ययन की लेखिका एवं शोधार्थी अनिता कप्पेली ने कहा कि यह स्पष्ट है कि वैश्विक विकास के मामले में यूरोपीय देश अग्रणी हैं, जबकि अमेरिका कदम पीछे खींच रहा है। उन्होंने कहा कि नए शुल्क तथा पेरिस जलवायु समझौते से बाहर निकलना सिर्फ पीछे जाने की गति तेज करेगा। सूचकांक में अमेरिका से नीचे सिर्फ पोलैंड, यूनान, दक्षिण कोरिया और जापान हैं।