नई दिल्ली। वाणिज्य मंत्रालय की जांच शाखा डीजीटीआर ने घरेलू विनिर्माताओं को सस्ते आयात से बचाने के लिए चीन, जापान और कोरिया जैसे देशों से इस्पात के कुछ उत्पादों के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क जारी रखने की सिफारिश की है। डीजीटीआर ने अपनी जांच में निष्कर्ष निकालने के बाद लोहे या गैर-मिश्र धातु इस्पात, अन्य मिश्र धातु, इस्पात के कोल्ड रोल्ड/कोल्ड रिड्यूस्ड फ्लैट स्टील उत्पाद पर डंपिंग रोधी शुल्क जारी रखने की सिफारिश की है।
डीजीटीआर ने इसके अलावा चीन, जापान, कोरिया, रूस, ब्राजील और इंडोनेशिया से मिश्र धातु या गैर-मिश्र धातु इस्पात के हॉट रोल्ड फ्लैट उत्पादों के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क जारी रखने के लिए कहा है। निदेशालय ने जांच में पाया है कि मौजूदा डंपिंग रोधी शुल्क को हटाने से घरेलू उद्योग को होने वाली क्षति जारी रह सकती है। उसने दोनों उत्पादों के आयात पर डंपिंग रोधी शुल्क जारी रखने की भी सिफारिश की है।
एक अलग अधिसूचना में डीजीटीआर ने चीन और कोरिया से आयात किये जाने वाले 'सोडियम हाइड्रोसल्फाइट' रसायन पर भी शुल्क लगाने की सिफारिश की है। इस रसायन का उपयोग कपड़ा और साबुन उद्योग में किया जाता है। वाणिज्य मंत्रालय के अधीन आने वाला डीजीटीआर शुल्क की सिफारिश करता है जबकि सिफारिश के तीन महीने के भीतर वित्त मंत्रालय इसे लागू करने का अंतिम निर्णय लेता है। वैश्विक बाजार के नियमों के मुताबिक ऐसे आयात पर संबंधित देश डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकता है ताकि घरेलू विनिर्माताओं को उनके उत्पादों के लिये समान अवसर उपलब्ध हो सकें।
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