नई दिल्ली। देश का कॉफी निर्यात 2019 में मामूली बढ़कर 3.50 लाख टन हो गया। इससे पिछले साल 3.48 लाख टन कॉफी का निर्यात किया गया था। भारत एशिया का तीसरा सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक और निर्यातक देश है।
भारतीय कॉफी का निर्यात सबसे ज्यादा इटली, जर्मनी और रूस में किया गया। भारत रोबस्टा और अरेबिका कॉफी के अलावा इंस्टेंट कॉफी का निर्यात करता है। कॉफी बोर्ड के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रोबस्टा कॉफी का निर्यात 4.10 प्रतिशत बढ़कर 2019 में 1,86,360 टन पर पहुंच गया। 2018 में यह आंकड़ा 1,79,004 टन पर था।
हालांकि, अरेबिका कॉफी का निर्यात 2018 में 53,049 टन से घटकर 2019 में 47,341.82 टन पर आ गया। इस दौरान, निर्यात में 10.75 प्रतिशत की गिरावट रही। इंस्टेंट कॉफी का निर्यात भी गिरकर 27,339 टन पर आ गया, जबकि 2018 में 29,146 टन कॉफी का निर्यात किया गया था।
भारत के लिए 2019 में इटली शीर्ष निर्यात बाजार रहा। भारत ने इटली को 72,267 टन, जर्मनी को 37,175 टन और रूस को 28,573 टन कॉफी का निर्यात किया है। प्रमुख निर्यातक कंपनियों में सीसीएल प्रोडक्ट्स इंडिया, टाटा कॉफी, एनकेजी इंडिया कॉफी, अलानासंस प्रा. लि., ओलम एग्रो और कॉफी डे ग्लोबल लिमिटेड शामिल हैं।
कॉफी बोर्ड द्वारा मानसून के बाद जारी किए गए अनुमान के मुताबिक 2018-19 फसल वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में कॉफी का उत्पादन 3,19,500 टन रहने की संभावना व्यक्त की गई है।