नयी दिल्ली। कॉफी डे एंटरप्राइजेज ने कंपनी और उसकी अनुषंगी के बही खातों की जांच के लिए वैश्विक लेखा कंपनी ईवाई की नियुक्ति की है। इसके अलावा ईवाई उन परिस्थितियों की भी जांच करेगा जिसकी वजह से कॉफी डे एंटरप्राइजेज के दिवंगत संस्थापक वी जी सिद्धार्थ ने 27 जुलाई, 2019 का पत्र लिखा। इसमें सिद्धार्थ ने आयकर अधिकारियों द्वारा उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया था। कंपनी के निदेशक मंडल की गुरुवार को हुई बैठक में रणनीतिक कंपनी सलाहकार के रूप में किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति या फर्म की नियुक्ति करने का भी फैसला किया है।
कॉफी डे एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि निदेशक मंडल की बैठक में ईवाई की नियुक्ति करने का फैसला किया गया। ईवाई उन परिस्थितियों की जांच करेगी जिनकी वजह को 27 जुलाई, 2019 का पत्र लिखना पड़ा। इसके अलाव ईवाई कंपनी और उसकी अनुषंगियों के बही खातों की भी जांच करेगी।
शेयर बाजारों और कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय को दी गई जानकारी के अनुसार कॉफी डे लि. की देनदारियां दोगुना होकर 5,200 करोड़ रुपये पर पहुंच गई हैं। सिद्धार्थ के रीयल्टी और आतिथ्य क्षेत्र के गैर सूचीबद्ध उपक्रमों पर भी इतना ही कर्ज है। इससे पहले कॉफी डे एंटरप्राइजेज ने छह अगस्त को कहा था कि उसे उन खबरों की जानकारी है जिनमें संबंधित पत्र पर सिद्धार्थ के हस्ताक्षर होने को लेकर सवाल उठाया जा रहा है। कंपनी ने कहा था कि वह इस बारे में नियामकीय प्राधिकरणों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। इस पत्र को सिद्धार्थ द्वारा लिखा गया अंतिम नोट माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर यह पत्र काफी ज्यादा देखा गया। सिद्धार्थ ने इस पत्र में आयकर विभाग द्वारा उनको प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
बता दें कि सिद्धार्थ का शव 31 जुलाई को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में नेत्रावति नदी से मिला था। दक्षिण कन्नड़ जिले के कोटेपुरा इलाके में नेत्रवती नदी पर बने पुल के पास वह कार से उतर गए और उन्होंने चालक से कहा कि वह टहलने जा रहे हैं। उन्होंने चालक से उनके आने तक रुकने को कहा। जब वह दो घंटे तक वापस नहीं आए तो चालक ने पुलिस से सम्पर्क कर उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। उसी दिन कॉफी डे एंटरप्राइजेज ने स्वतंत्र निदेशक एस वी रंगनाथ को कंपनी का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा की थी।